इंदौर। संवेदनशील विचारों और चिंतन से समाज के विभिन्न मुद्दों को अपने शब्दों के अदभुत मंथन से रचित काव्य संग्रह ' विबग्योर वॉयस' में संकलित करने वाली राजलक्ष्मी बागड़िया के विचार सिर्फ शहर या देश तक सीमित नहीं रहे, गंभीर व क्रांतिकारी भाषाशैली और लिखावट के जादू से इनकी रचना साहित्य की दुनिया में इतिहास रचते हुए उनकी लेखनी ने इंग्लैंड में भी परचम लहराया है।
राजलक्ष्मी अपने काव्य संग्रह में विभिन्न मुद्दों व विचारों का संग्रहण करने वाली वर्ल्ड की यंगेस्ट लेखिका बन चुकी हैं। गुरुवार को उन्हें 'वर्ल्ड बुक ऑफ रिकॉर्ड' की ओर से 'यंगेस्ट पीएम ऑफ राइट इन डिफरेंट जोनर्स' के अवॉर्ड से नवाजा गया। शहर के लिए यह गौरव की बात है कि आगामी 17 जून को रेडिसन होटल में लंदन की वर्ल्ड बुक रिकॉर्ड की टीम द्वारा उन्हें सम्मानित किया जाएगा।
वर्ल्ड बुक ऑफ रिकॉर्ड के इंडिया हेड संतोष शुक्ला ने बताया कि 25 राज्यों के 600 लोग इस आयोजन में शामिल होंगे। कार्यक्रम में वीरेंद्र शर्मा (मेंबर ऑफ पार्लियामेंट, इंग्लैंड) और डॉ. दिवाकर शुक्ला (चेयरमैन, वर्ल्ड बुक ऑफ रिकॉर्ड इंग्लैंड) सहित कई ख्यात हस्तियां इसमें शामिल होंगी।
राजलक्ष्मी ने बताया कि बचपन से मेरे मम्मी पापा न्यूज पेपर के अलावा जनरल रीडिंग करवाते थे, जिसने मेरे विचारों को एक नया स्वरूप प्रदान किया है। राज लक्ष्मी ने एक साल में 17 कविताएं लिखी, जो उनके काव्य संग्रह में संकलित है, जिनमें समाज के ज्वलंत मुद्दों और मानवीय भावनाओं को आकार दिया गया है। उदासी को प्रथम स्थान देने के उपरांत उन्होंने जातिवाद, नारिवाद एलजिलिबिटी राइट्स जैसे कई मुद्दों पर प्रकाश डाला है।
राजलक्ष्मी ने बताया कि एक युक्ति पर गहरे विचारों के चिंतन के बाद शब्दों का चुनाव व शब्दों के साथ उपयुक्त राइम चुनना काफी चुनौतीपूर्ण होता है। एक डीप थॉट प्रोसेस की जरूरत होती है और उपयुक्त लेखन से ही आपके शब्द एक शक्ल अख्तियार कर पाते हैं। मेरी कोशिश है कि मेरी कविताओं को लोग महसूस कर सकें और यह उनके दिल को छुए।
सुमेर सिंह ने प्रेरित किया : राजलक्ष्मी बागड़िया डेली कॉलेज में जब नौंवी की छात्रा थी, तब तत्कालीन प्रिंसिपल सुमेर सिंह ने उनकी कविताओं को पुस्तक के रूप में संकलित करने का सुझाव दिया था। प्रिसिंपल सुमेर सिंह और माता पिता के निर्देशन में 14 साल की राजलक्ष्मी ने अंग्रेजी काव्य संग्रह 'विबग्योर वॉयज' की रचना करके शहर का नाम गौरवान्वित किया।
मशहूर उपन्यासकार और कहानीकार चेतन भगत के साथ राजलक्ष्मी
चेतन भगत की मिली सराहना : राजलक्ष्मी के प्रयासों को मशहूर उपन्यासकार और कहानीकार चेतन भगत ने भी सराहा। इस काव्य संग्रह का विमोचन इंदौर के रेडिसन होटल में चेतन भगत और सुमेर सिंह के हुआ था। राजलक्ष्मी शहर के वरिष्ठ अभिभाषक अजय बागड़िया और बिजनेस वूमन रश्मी बागड़िया की बेटी हैं।
जब राजलक्ष्मी के काव्य संग्रह का चेतन भगत ने विमोचन किया था, तब कहा था कि राजलक्ष्मी द्वारा लिखी पुस्तक सफर की शुरुआत है, अभी उसे जीवन के विभिन्न अनछुए पहलुओं को देखना है, कई अनुभवों से गुजरना है जो कि उसकी लेखनी को सशक्त करने में महत्वपूर्ण अदा करेगी।