भोपाल। मध्यप्रदेश में बीते तीन दिनों से लगातार बारिश होने से कारण अनेक स्थानों पर बाढ़ की स्थिति बन गई है और जन जीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। रीवा और सतना जिलों में हेलीकॉप्टर और मोटर बोट की सहायता से बाढ़ में फंसे लोगों को निकाला गया।
रीवा जिले के कलेक्टर राहुल जैन बताया कि छह जुलाई की शाम को टमस नदी के पुरवा जल प्रपात में बहने से पांच युवक लापता हैं। फिलहाल इनका कुछ पता नहीं चल सका है।
उन्होंने बताया कि टमस नदी में बाढ़ आने से रात भर पेड़ पर फंसे तीन लोगों को भारतीय वायु सेना के हेलिकॉप्टर की सहायता से निकाला गया जबकि एक अन्य स्थान से जिला प्रशासन द्वारा चार लोगों को बाढ़ से बाहर निकाला गया।
राज्य शासन ने रीवा और सतना जिले के स्कूलों में शुक्रवार एवं शनिवार को अवकाश रखने के निर्देश दिए हैं। इसके साथ ही होशंगाबाद और जबलपुर सहित अन्य जिलों के स्कूलों को आज बंद रखने के आदेश दिए गए हैं।
सतना जिले के कलेक्टर नरेश पाल ने बताया, ‘पानी से उफनती बरसाती नदी के कारण टापू बन चुके 1,500 की आबादी वाले सरियाटोला गांव में मोटर बोट से खाद्ध सामग्री और दवाईयां पहुंचाई गई हैं।’मौसम विभाग के मुताबिक सतना में पिछले 24 घंटे में 244 मिलीमीटर (नौ इंच से अधिक) वर्षा दर्ज की गई है।
पाल ने बताया कि बाढ़ में फंसे लोगों को निकालने के लिए सेना के जवानों की भी सहायता ली जा रही है। लगभग 1200 बाढ़ प्रभावितों को पांच राहत शिविरों में रखा गया है इनमें से चार शिविर शहर में बनाए गए हैं। उन्होंने कहा कि बाढ़ से अभी तक किसी जनहानि की कोई सूचना नहीं हैं। सुबह होने पर बारिश में ठहराव होने के कारण नदियों के जलस्तर में कमी आ रही है।
भोपाल स्थित मौसम केन्द्र के संचालक डॉ अनुपम काश्यपी ने बताया कि अगले 24 घंटों में सतना, होशंगाबाद, जबलपुर, रायसेन, सागर और दमोह जिलों में भारी वर्षा होने की संभावना है। उन्होंने कहा कि इसके साथ ही भोपाल, नरसिंहपुर, विदिशा और बैतूल जिलों में भी अगले 24 घंटों में अच्छी वर्षा होने के उम्मीद है। (भाषा)