इंदौर। जाको राखे साईयां, मार सके ना कोई... यह कहावत उस समय चरितार्थ हुई, जब वरिष्ठ सामाजिक कार्यकर्ता तथा उद्योगपति अशोक पाटणकर इंदौर-बेटमा रोड पर हुई एक भीषण सड़क दुर्घटना में बाल-बाल बच गए।
समर्थ मठ संस्थान ट्रस्ट के अध्यक्ष पाटणकर के मित्र अनिल कुमार धड़वईवाले ने बताया कि पाटणकर अक्षय तृतीया को अपरान्ह 12 बजे कार से अपने उद्योग संबंधित काम के लिए पीथमपुर के लिए रवाना हुए थे।
कार ड्राइवर अफसर खान चला रहा था और पीछे की सीट पर पाटणकर बैठे थे। बेटमा के पहले अचानक एक भैंस कार के सामने से तेजी से भागी। उसे बचाने के चक्कर में कार डिवाइडर पार कर तीन बार पल्टी खाकर उल्टी खड़ी हो गई।
पाटणकर ने आग लगने की संभावना के मद्देनजर अपने मोबाइल फोन से खिड़की का कांच फोड़ने का प्रयास किया। बाद में वे किसी तरह कार के बाहर निकलने में सफल रहे। उन्होंने स्थानीय लोगों की मदद से अपने ड्राइवर को भी बाहर निकाला। इस भीषण दुर्घटना में भी दोनों को खरोच तक नहीं आई।