सुप्रीम कोर्ट और एनजीटी के आदेश के बाद सभी रेत खदानों में मशीनों से रेत का उत्खनन और लोडिंग प्रतिबंधित किया गया है। इसके बावजूद रेत माफिया हैवी मशीनों से केन नदी का सीना छलनी कर रहे हैं। हौसले इतने बुलंद हो गए कि सरेआम सैकड़ों ट्रक प्रतिदिन भरकर भेजे जा रहे हैं।
दिन में मजदूरों से और रातभर मशीनों से रेत का उत्खनन हो रहा है। ऐसे ही अवैध उत्खनन पर अंकुश लगाने पन्ना पुलिस ने बड़ी छापामार कार्रवाई की है, जिसमें एसडीओपी आलोक शर्मा ने देर रात सुनहरा और चांदीपार्टी की खदानों पर छापा मारकर दो पोकलेन मशीन और 7 ट्रक डंपर जप्त किए हैं, जिससे रेत माफियाओं में हड़कंप मच गया।
समय-समय पर कार्रवाई होती भी रही है, इसके बावजूद माफिया सीनाजोरी कर रेत का अवैध कारोबार कर रहे हैं। गत वर्ष 27 मशीनें पकड़ी गई थीं और इस वर्ष इसके पूर्व भी पांच मशीनें पकड़ी जा चुकी हैं, जिनमें एक दर्जन से अधिक मशीनें राजसात की जा चुकी हैं। शेष थाना परिसर में जप्त करके रखी हुई हैं। इसके बावजूद अवैध उत्खनन रुकने का नाम नहीं ले रहा है।
ज्ञात हो कि केन नदी दुनिया की एकमात्र प्रदूषणरहित नदी है जिसका पानी सीधा पेयजल के रूप में उपयोग होता है। रेत माफिया अवैध उत्खनन कर पूरी रेत यूपी भेज रहे हैं और केन नदी की दशा दयनीय हो गई।
क्या कहते हैं जिम्मेदार : एसडीओपी अजयगढ़ आलोक शर्मा ने बताया कि बीते कई दिनों से रात भर पोकनेल मशीनों से अवैध उत्खनन कर नियम विरुद्ध रेत का अवैध कारोबार और लोडिंग की जानकारी मिल रही थी, जिस पर आज बड़ी कार्रवाई की गई है और करोड़ों रुपए की मशीनें ट्रक डंपर जप्त किए गए।