इंदौर। शहर के बीचों-बीच स्थिति सरवटे बस स्टैंड को जर्जर होने के चलते शनिवार रात ढहा दिया। अब चार दिनों में यहां से मलबा हटा दिया जाएगा और फिर अस्थायी टीन शेड बनाकर टिकट काउंटर, पूछताछ केंद्र और अमानती घर बनाया जाएगा।
इस बस स्टैंड से चौबीसों घंटे बसें आती-जाती रहती थीं। रात सवा नौ बजे निगम के अमले ने कार्रवाई शुरू की और छह पोकलेन मशीनों की मदद से रात 12 बजे तक जमींदोज कर दिया। इस कार्रवाई में 100 रिमूवल कर्मचारी, 50 पुलिसकर्मी, 10 से ज्यादा अधिकारी शामिल थे।
इस बस स्टैंड से चलती थी 600 बसें : इस बस स्टैंड से दिन भर में 600 बसें चलती थी। मध्यप्रदेश के साथ ही महाराष्ट्र, गुजरात, राजस्थान के अलग-अलग शहरों के लिए भी यहां से बसें चलती थी। यहां पर लगभग 40 हजार यात्री रोज आते-जाते थे। अब इन सभी जगहों के लिए तीन अलग अलग अस्थायी बस स्टैंड बनाए गए हैं।
बनेगा 5 मंजिला नया बस स्टैंड : सरवटे बस स्टैंड की नई पांच मंजिला बिल्डिंग को निगम पब्लिक प्राइवेट पार्टनरशिप मोड पर बनवाएगा। इसमें नीचे छोटे वाहनों की पार्किंग होगी वहीं ग्राउंड फ्लोर पर बस स्टैंड और ऊपर की चार मंजिलों का उपयोग कमर्शियल और यात्री सुविधाओं के लिए किया जाएगा। यह भवन बनने में लगभग डेढ़ साल का समय लगेगा।
नए बस स्टैंड में भी लगेगी सरवटे की प्रतिमा : इसके पूर्व सरवटे बस स्टैंड पर स्थापित विनायक सीताराम उर्फ तात्या सरवटे की प्रतिमा और फोटो को यहां से हटाया गया। निगम ने आलापुरा में रहने वाले सरवटे परिवार को यह प्रतिमा और फोटो सौप दिया है। परिवार ने भी प्रतिमा इस शर्त पर स्वीकार की है कि निगम यहां नया बस स्टैंड बनाकर इस प्रतिमा को पुनः यहां स्थापित करेगा।