छत्तीसगढ़ में सूरजपुर जिले के कलेक्टर रणवीर शर्मा द्वारा युवक को थप्पड़ मारने का मामला अभी पूरी तरह ठंडा नहीं हुआ है, इसी बीच मध्यप्रदेश के शाजापुर में एक महिला एडीएम द्वारा युवक को थप्पड़ मारने का वीडियो भी वायरल हो रहा है।
शाजापुर एडीएम मंजूषा विक्रांत राय का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ है, जिसमें वे एक दुकान के सामने खड़े युवक को थप्पड़ मारती हुई दिखाई दे रही हैं। दरअसल, कोरोना कर्फ्यू के दौरान जूते की एक दुकान खुली हुई थी। इसे देखकर एडीएम साहिबा को गुस्सा आ गया और उन्होंने वहां खड़े युवक को थप्पड़ रसीद कर दिया।
वीडियो के मुताबिक जब एडीएम ने उस युवक से वहां खड़े होने का कारण पूछा तो उसने बताया कि अंदर उसका घर है, इस पर मंजूषा राय ने कहा कि अंदर कहां है घर? तभी एक पुलिसकर्मी ने कि यह झूठ बोल रहा है, इसका घर तो दूसरी तरफ है। इसी बीच, एडीएम ने यह कहते हुए कि झूठ बोल रहा है और युवक को तमाचा जड़ दिया।
इस दौरान महिला अधिकारी के साथ कई पुलिसकर्मी थे, जो देख रहे थे कि इलाके में कहीं दुकानें तो नहीं खुली हैं। उल्लेखनीय है कि छत्तीसगढ़ के कलेक्टर रणवीर शर्मा का भी एक युवक को थप्पड़ मारने का वीडियो वायरल हुअ था, इस घटना के बाद राज्य सरकार ने कलेक्टर के खिलाफ कार्रवाई करते हुए उन्हें वहां से हटा दिया। हालांकि बाद में कलेक्टर ने हाथ जोड़कर माफी भी मांगी थी।
क्या कहा एडीएम ने : एडीएम मंजूषा राय ने मीडिया से बातचीत करते बताया कि सब जानते हैं कि कोरोना कर्फ्यू चल रहा है। लोग समझाइश के बाद भी नहीं मान रहे हैं। यहां तक जुर्माना एवं अन्य कार्रवाई के बाद भी लोग नियम तोड़ रहे हैं। इसके चलते हम सांकेतिक रूप से सामान भी जब्त कर रहे हैं।
उन्होंने कहा कि यदि लोग नियमों का पालन नहीं करेंगे तो लोगों को और इस पूरे शहर को इसका नुकसान उठाना पड़ेगा। एक सवाल के जवाब में उन्होंने स्वीकार किया कि इस तरह की हरकतें वे लोग ज्यादा कर रहे हैं, जिनकी दुकान और घर एक ही हैं। राय ने कहा कि इसके लिए सुबह 6 बजे से अभियान चलाया जा रहा है।