भोपाल। मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने आज दिल्ली में पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा से मुलाकात की। विधानसभा चुनाव के नतीजे आने के बाद यह पहला मौका है जब शिवराज सिंह चौहान ने पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष से मुलाकात की। शिवराज और जेपी नड्डा से मुलाकात में क्या बात हुई यह साफ नहीं हो पाया है। शिवराज सिंह चौहान को अगली भूमिका क्या होगी इसका फैसला अब पार्टी के राष्ट्रीय नेतृत्व को लेना है।
पिछले दिनों एक इंटरव्यू में पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने कहा था कि पार्टी शिवराज सिंह चौहान को उनके कद के मुताबिक नई जिम्मेदारी देगी। गौरतलब है कि शिवराज सिंह चौहान पहले ही कह चुके है कि अपने लिए कुछ मांगने जाने से बेहतर, मैं मरना समझूंगा। शिवराज ने साफ कहा था कि अब तक पार्टी ने उनको बहुत कुछ दिया है वह अब पार्टी को देंगे।
दरअसल विधानसभा चुनाव नतीजे आने के बाद शिवराज सिंह चौहान लगातार जनता के बीच सक्रिय है और वह आलाकमान को यह मैसेज देने की कोशिश कर रहे है कि वह आज भी मध्यप्रदेश में भाजपा के सबसे लोकप्रिय चेहरे है। कार्यवाहक मुख्यमंत्री आखिरी पौधारोपण करते हुए शिवराज सिंह चौहान ने भावुक संदेश देते हुए कहा कि “मित्रो अब विदा, जस की तस धर दीनी चदरिया”। मुख्यमंत्री पद छोड़ने के बाद शिवराज सिंह चौहान विदिशा पहुंचे थे जहां पर महिलाएं शिवराज से लिपट कर रोने लगी तो पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान भी अपने आंसू नहीं रोक पाएं और वह बेहद भावुक नजर आए। इस दौरान शिवराज महिलाओं को ढांढस बांधते हुए नजर आए वहीं महिलाओं ने कहा कि “भैय्या आप क्यों चले गए, मामा जी वापस आना, अपनी बहनों के लिए वापस आना।
18 साल तक मध्यप्रदेश की बागडोर संभालने शिवराज सिंह चौहान राजनीति के एक मंझे हुए खिलाडी है। मुख्यमंत्री पद से हटने के बाद शिवराज ने अपने सोशल मीडिया हैंडल पर अपनी पहचान “भाई और मामा” के रुप में बना कर रखी है। इसके साथ ही मुख्यमंत्री मोहन यादव के शपथ ग्रहण समारोह में पहुंचे मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को भी लोगों ने घेर लिया था और मामा-मामा के नारे लगाए थे। इस दौरान शिवराज सिंह चौहान अपनी गाड़ी से उतरकर लोगों से मिले, इस दौरान कई महिलाएं भावुक हो गई और उन्होंने शिवराज सिंह चौहान से कहा कि अब एक दिन प्रधानमंत्री बनें।