भोपाल। मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि युवा पीढ़ी पढ़ाई के साथ खेल में क्षेत्र में भी आगे बढ़े, इसके लिए स्कूलों में अनिवार्य रूप से खेल पीरियड किया जाएगा।
चौहान ने मंगलवार को यह बात टीटी नगर स्टेडियम में भारतीय जनता युवा मोर्चा (भाजयुमो) के 'खेलेगा मध्यप्रदेश-खेलेगा भारत' अभियान के तहत प्रदेश स्तरीय खेल प्रतियोगिता के उद्घाटन अवसर पर कही। कार्यक्रम को भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष नंदकुमार सिंह चौहान और प्रदेश की युवा कल्याण, खेल एवं धर्मस्व मंत्री यशोधरा राजे सिंधिया ने भी संबोधित किया।
मुख्यमंत्री ने अपने संबोधन में कहा कि वर्तमान शिक्षा पद्धतियों ने युवा पीढ़ी को ऐसा जकड़ लिया है कि वह बस्ते के बोझ में खेलना भूल गया है। पढ़ाई जरूरी है, लेकिन उसके साथ खेल भी जरूरी है। उन्होंने स्वामी विवेकानंद से जुड़ा एक प्रसंग सुनाते हुए कहा कि स्वामीजी ने भी जीवन में खेलों के महत्व को तरजीह दी।
चौहान ने भाजयुमो को बधाई देते हुए उपस्थित खिलाड़ियों से आह्वान किया कि आगे बढ़ो, नित नए आयाम स्थापित करो। खेलो, पढ़ो और सफलता प्राप्त करो और देश-समाज को गढ़ने का काम करो। उन्होंने कहा कि प्रदेश के युवाओं को चिंता करने की जरूरत नहीं है। उनकी चिंता मामा शिवराज सिंह चौहान करेगा।
नंदकुमार सिंह चौहान ने कार्यक्रम के समापन में विभिन्न जिलों से आए खिलाड़ियों से भेंट की और कहा कि युवा मोर्चा ने इस अभियान के माध्यम से सुदूर अंचल के खेल प्रतिभाओं को मंच देने का काम किया है। उन्होंने विभिन्न खेलों में प्रथम, द्वितीय एवं तृतीय स्थान प्राप्त करने वाले खिलाड़ियों को पदक एवं टीमों को ट्रॉफी भेंट कर सम्मानित किया।
स्वागत भाषण देते हुए भाजयुमो के प्रदेश अध्यक्ष अभिलाष पाण्डे ने बताया कि 'खेलेगा मध्यप्रदेश-खेलेगा भारत' अभियान के अंतर्गत 763 मंडलों में 9800 स्थानों पर खो-खो, कबड्डी, मलखंभ, कुश्ती और रस्साकशी जैसे परंपरागत खेल स्पर्धाओं का आयोजन हुआ। (वार्ता)