नीमच के बाद उज्जैन में जैन स्थानक पर पथराव की खबर सामने आई है। मीडिया खबरों के मुताबिक सोमवार रात को अज्ञात हमलावरों ने जैन स्थानक पर पत्थरबाजी की। इससे भवन के शीशे टूट गए। मंगलवार सुबह जैन समाज के लोगों को तोड़फोड़ की खबर लगी तो स्थानक के बाहर भीड़ लग गई। लोगों ने आरोपियों पर कार्रवाई की मांग करते हुए चिमनगंज मंडी थाने में शिकायती आवेदन दिया है। इससे पहले नीमच और रतलाम में भी हमले के मामले सामने आए हैं।
मीडिया खबरों के मुताबिक विवाद सोमवार शाम को हुआ। भोजन के बाद साध्वियां स्थानक के सामने स्थित बगीचे के पास पात्र (बर्तन) धो रहीं थी। इसी को लेकर लोगों ने आपत्ति ली और कहा कि हम भी गंदगी फेंकेगे। इसके बाद साध्वी प्रज्ञा ने लोगों की आपत्ति पर माफी मांगी और आगे से गंदगी न करने की बात भी कही। लेकिन रात में किसी ने स्थानक पर पथराव किया।
रतलाम में जैन साध्वी को मारी थी टक्कर
कुछ दिन पहले सिमलावदा में व्हील चेयर पर विहार कर रही जैन साध्वी को कार सवार युवकों ने टक्कर मार दी थी। इसमें 70 वर्षीय जैन साध्वी हितदर्शना श्रीजी को गंभीर चोट आई थी। उन्हें उपचार के लिए उज्जैन के अस्पताल में भर्ती कराया गया था। प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक कार चालक ने जानबूझकर जैन साध्वी को नुकसान पहुंचाने की नीयत से टक्कर मारी थी।
जैन भिक्षुओं पर हमला
15 दिन पहले नीमच जिले में नशे में धुत लोगों ने पैसे देने से इनकार करने पर एक मंदिर में आराम कर रहे तीन जैन भिक्षुओं पर लाठियों और धारदार हथियारों से कथित तौर पर हमला कर दिया था। Edited by: Sudhir Sharma