भोपाल। यूक्रेन पर रूस के हमले की आंशकाओं को देखते हुए केंद्र सरकार की वहां रहे लोगों को यूक्रेन छोड़ने की दोबारा एडवाइजरी जारी करने के बाद अब मध्यप्रदेश सरकार वहां फंसे छात्रों को वापस लाने के प्रयास तेज कर दिए है।
यूक्रेन में रह रहे मध्यप्रदेश के स्टूडेंट्स को वापस लाने के लिए प्रदेश सरकार हर जरूरी कदम उठा रही है। इस बात की जानकारी सरकार के प्रवक्ता नरोत्तम मिश्रा ने मीडिया से बात करते हुए दी। नरोत्तम मिश्रा ने कहा कि यह गंभीर मामला है, केंद्र सरकार के इस संबंध में एडवाइजरी जारी करने के वहां फंसे छात्रों को वापस लाने के लिए प्लेन की व्यवस्था की गई है और एक दो दिन में यह सभी छात्र सकुशल घर वापस आ जाए यह व्यवस्था राज्य सरकार कर रही है। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान स्वयं इस मामले की मॉनिटरिंग कर रहे है।
गौरतलब है कि यूक्रेन में मध्यप्रदेश के लगभग 100 के करीब छात्र शामिल है। जिनमें इंदौर के करीब 60 छात्र बताए जा रहे है। इसके साथ रीवा के साथ प्रदेश के अन्य जिलों के स्टूडेंट्स भी शामिल है। वहीं छात्रों के परिजनों ने सरकार से छात्रों को जल्द सुरक्षित वतन वापसी की मांग की है। दरअसल मध्यप्रदेश से बड़ी संख्या में स्टूडेंट्स मेडिकल की पढ़ाई के लिए पिछले कुछ सालों से यह सभी स्टूडेंट्स यूक्रेन में रह रहे हैं।
सिंधिया से भी लगाई थी गुहार-यूक्रेन में रह रहे इंदौर के छात्रों के परिजनों ने अपने बच्चों को सुरक्षित वापस लाने के लिए केन्द्रीय विमानन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया से भी गुहार लगाई थी। सिंधिया ने भरोसा दिलाया था कि विदेश मंत्रालय से लगातार संवाद जारी है और अनुमति मिलते ही वहां फंसे भारतीयों को वापस लाने के लिए विमान यूक्रेन के लिये भेजा जायेगा। यूक्रेन में पढ़ाई कर रहे सभी बच्चों को सकुशल वापस लाया जायेगा।
वहीं केंद्र सरकार ने भारतीयों को यूक्रेन छोड़ने के लिए एडवाइजरी जारी कर दी है। यूक्रेन की राजधानी कीव में भारतीय दूतावास ने भारतीय छात्रों से कहा है कि यदि उनका यूक्रेन में रहना जरूरी नहीं है तो वे अस्थायी रूप से यूक्रेन छोड़ दें। वहीं एयर इंडिया के विमान यूक्रेन में फंसे भारतीयों को लाने के लिए अभियान शुरु करने जा रहे है।