भोपाल। मध्यप्रदेश में किसान आंदोलन के दौरान मंदसौर जिले में पुलिस गोलीबारी में हुई किसानों की मौत के बाद माहौल ठंडा पड़ता नजर नहीं आ रहा है। मंगलवार को मंदसौर सीमा पर माहौल उस समय बिगड़ गया जब कांग्रेस के नेताओं ने ज्योतिरादित्य सिंधिया के नेतृत्व में मंदसौर जिले की सीमा में घुसने की कोशिश की। वहां सिंधिया समेत अन्य कांग्रेस को नेताओं को हिरासत में लिया गया, जिन्हें बाद में रिहा कर दिया गया।
प्राप्त जानकारी के अनुसार मंदसौर जिले की सीमा पर स्थित टोल नाके पर कांग्रेस कार्यकर्ता सड़क पर धरना देकर बैठ गए। यहां पर सिंधिया के अलावा सांसद कांतिलाल भूरिया, पूर्व सांसद मीनाक्षी नटराजन, पूर्व मंत्री महेन्द्रसिंह कालूखेड़ा समेत अन्य नेता और कार्यकर्ता मौजूद हैं। बताया जाता है कि नाके पर वाहनों की लंबी कतार लग गई है।
दूसरी ओर कांग्रेस ने चेतावनी दी है कि यदि सिंधिया को मंदसौर नहीं जाने दिया गया तो बुधवार को मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान की मंदसौर यात्रा के दौरान उन्हें काले झंडे दिखाए जाएंगे। उल्लेखनीय है कि किसान आंदोलन के दौरान पुलिस गोलीबारी में छह लोगों की मौत हो गई थी।
हार्दिक पटेल को भी रोका : शासन के आदेश के बाद प्रदेश की सीमा में हार्दिक पटेल के घुसने पर रोक लगा दी गई है। मंदसौर में गिरफ्तारी के बाद मुचलके पर रिहा हुए हार्दिक ओर अखिलेश कटियार को पुलिस ने राजस्थान सीमा पर निम्बाहेड़ा के पास छोड़ दिया था।