भोपाल। मध्यप्रदेश के स्कूलों में योग की शिक्षा अनिवार्य की जाएगी। अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस पर जबलपुर में आयोजित कार्यक्रम में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने स्कूलों में योग की शिक्षा को अनिवार्य किए जाने का एलान किया। कार्यक्रम में उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ के साथ केंद्रीय मंत्री फग्गन सिंह कुलस्ते भी शामिल हुए।
योग दिवस के कार्यक्रम को संबोधित करते मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि मनुष्य का पहला सुख निरोगी काया है। शरीर को स्वस्थ्य रखने के लिए योग केवल योग दिवस पर ही नहीं करना है, बल्कि रोज करना चाहिए। इसलिए सरकार ने फैसला किया है कि विद्यालयों में योग की शिक्षा अनिवार्य की जाएगी।
मुख्यमंत्री ने आगे कहा कि योग का किसी पंथ से सम्बन्ध नहीं है, योग तो विश्व कल्याण के लिए है। योग के जरिए व्यक्ति स्वस्थ रहकर खुद के साथ देश की सेवा कर सकता है। इसलिए हम सभी को संकल्प लेना चाहिए कि हम प्रतिदिन योग करेंगे।
वहीं अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के जरिए योग को पूरा दुनिया में पहुंचाने पर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में पूरा विश्व योगमय हो गया है और आज भारत आज पूरी दुनिया में छाया हुआ है। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री ने पूरी दुनिया के लोगों के बीच भारत की विधा योग को पहुंचाया।
अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के मुख्य कार्यक्रम में उपराष्ट्रपति जगदीप धनकड़ ने कहा योग दिवस विश्व बंधुत्व का दिवस है ये हमारी सोच वसुधैव कुटुंबकम को परिलक्षित करता है। उन्होंने कहा कि हींग लगे, न फिटकरी और रंग चोखा आए, यही योग का मूलमंत्र है। योग किसी व्यक्ति मात्र के लिए नहीं, संपूर्ण मानवता के लिए है। योग जीरो बजट वाला हेल्थ इश्योरेंस है। योग एक प्रकार से जीरो बजट वाला जीवन बीमा है और इसे सभी को अपने जीवन में अपनाना चाहिए।