मुंबई। महाराष्ट्र में विधानसभा चुनाव के परिणामों के 18 दिन बाद भी नई सरकार की तस्वीर स्पष्ट नहीं हुई है। सोमवार को दावे किए गए कि शिवसेना, एनसीपी और कांग्रेस के सहयोग से सरकार बनाने जा रही है। उद्धव ठाकरे महाराष्ट्र के नए मुख्यमंत्री होंगे।
सत्ता की कुर्सी के लिए शिवसेना ने भाजपा से अपनी 30 साल पुरानी दोस्ती को भी तोड़ दिया। लेकिन ऐनवक्त पर कांग्रेस ने समर्थन की चिट्ठी नहीं दी और शिवसेना कुर्सी से दूर रह गई। इसके बाद राज्यपाल ने तीसरी सबसे पार्टी एनसीपी को 24 घंटे में सरकार बनाने का न्योता भेजा है।
अब निगाहें कांग्रेस पर हैं कि वह क्या फैसला लेती है? एनसीपी के पास 54 और कांग्रेस के पास 44 और शिवसेना के पास 56 सीटें हैं जिन्हें मिलाकर 154 का आंकड़ा होता है और बहुमत के लिए 145 चाहिए तो अब अगर आज भी सरकार नहीं बनी तो राज्यपाल नियम के अनुसार कांग्रेस को न्योता देंगे।
लेकिन अगर राज्यपाल को लगता है कि विधायकों की खरीद-फरोख्त हो सकती है तो वे राष्ट्रपति शासन की सिफारिश भी कर सकते हैं। महाराष्ट्र के इन हालातों पर भाजपा बिना कोई टिप्पणी किए नजर रख रही है।