मुंबई। एनसीपी नेता जयंत पाटिल पार्टी के विधायक दल के नेता के तौर पर अजित पवार का स्थान लिए जाने के संबंध में महाराष्ट्र के राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी को सूचना देने के लिए एक पत्र लेकर रविवार को राजभवन गए और बाद में दावा किया कि सभी राकांपा विधायक पार्टी के साथ हैं। राजभवन के एक अधिकारी ने बताया कि राज्यपाल मुंबई में नहीं हैं। एनसीपी विधायक दल के नेता जयंत पाटील 51 विधायकों के हस्ताक्षर वाली सूची लेकर राजभवन पहुंचे। जयंत पाटिल ने बताया कि विधायकों की सूची में अजीत पवार का नाम भी शामिल है, हालांकि उस पर अजीत पवार का हस्ताक्षर नहीं हैं।
पाटिल ने कहा कि अजित पवार को राकांपा के खिलाफ बगावत करने के उनके फैसले के बारे में पुनर्विचार करने के लिए मनाया जा रहा है। अजित पवार के भाजपा के साथ हाथ मिलाने और महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री के तौर पर शपथ लेने के कुछ घंटों बाद उन्हें शनिवार को राकांपा के विधायक दल के नेता पद से हटा दिया गया। देवेंद्र फडणवीस ने महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री के तौर पर शपथ ली।
राजभवन जाने के बाद पाटिल ने पत्रकारों को बताया कि उन्होंने राज्यपाल को राकांपा की शनिवार शाम को हुई बैठक की सूचना देते हुए एक पत्र सौंपा हैं। इस बैठक में अजित पवार को पार्टी के विधायक दल के नेता पद से हटा दिया गया। पाटिल बाद में अजित पवार से मिलने के लिए यहां चर्चगेट स्थित उनके आवास पर गए।
उन्होंने कहा कि हमारी दोपहर को विधायकों के साथ बैठक है। वे सभी विधायक जो कल बैठक में मौजूद नहीं थे, वे आज दोपहर को बैठक में शामिल होंगे। हम चाहते हैं कि अजित पवार बैठक से दूर न रहे इसलिए हम उन्हें मनाने की कोशिश कर रहे हैं।
यह पूछे जाने पर कि क्या उनकी कोशिशों को लेकर अजित पवार का सकारात्मक रुख है इस पर पाटिल ने कहा कि कोशिश करने वालों की कभी हार नहीं होती।
देवेंद्र फडणवीस ने शनिवार को महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री और अजित पवार ने उपमुख्यमंत्री के तौर पर शपथ ली थी। यह शपथ ग्रहण समारोह ऐसे समय में हुआ जब शिवसेना, राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी और कांग्रेस का नया गठबंधन शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे को मुख्यमंत्री बनाने पर सहमत हो गया था।
यहां आनन-फानन में हुए एक समारोह में कोश्यारी ने फडणवीस और अजित पवार को शपथ दिलाई। इससे कुछ देर पहले राज्य में राष्ट्रपति शासन हटा दिया गया।
राकांपा ने शनिवार शाम को अजित पवार को पार्टी के विधायक दल के नेता पद से हटाते हुए कहा कि उनका कदम पार्टी की नीतियों के अनुरूप नहीं है। पार्टी ने कहा कि अगले विधायक दल के नेता के चुनाव तक प्रदेश राकांपा प्रमुख जयंत पाटिल के पास सभी संवैधानिक अधिकार होंगे।
राकांपा की बैठक में पारित हुए प्रस्ताव में कहा गया कि अजित पवार का व्हिप जारी करने का अधिकार भी वापस लिया जाता है। राकांपा प्रमुख शरद पवार के भतीजे अजित पवार को महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के नतीजों की घोषणा के बाद 30 अक्टूबर को पार्टी का विधायक दल का नेता चुना गया था।