इस बार संक्रांति 15 जनवरी 2020 को मनाई जाएगी। संक्रांति 'गर्दभ' पर सवार होकर 14 जनवरी शाम को आ रही है। संक्रांति का उपवाहन मेष है। संक्रांति गर्दभ पर सवार होकर गुलाबी वस्त्र धारण करके मिठाई का भक्षण करते हुए दक्षिण से पश्चिम दिशा की ओर जाएगी।
14 जनवरी को शाम 7.53 बजे सूर्य देव धनु से मकर राशि में प्रवेश करेंगे। चूंकि सूर्य का राशि परिवर्तन सूर्यास्त के बाद होगा। इसके चलते पुण्यकाल 15 जनवरी को सुबह श्रेष्ठ रहेगा। जिस रात्रि में सूर्य, मकर राशि में प्रवेश करता है उसके अगले दिन को पुण्य काल माना जाता है। इस बार सूर्य 14 जनवरी की शाम के बाद मकर राशि में प्रवेश कर रहा है, इसलिए 15 जनवरी को सुबह पवित्र नदियों में स्नान करने के बाद तिल, गुड़ का दान किया जाएगा।
संक्रांति की विशेषता
नाम - महोदर
प्रवेश - दक्षिण
गमन - पश्चिम
वाहन - गर्दभ
उपवाहन - मेष
वस्त्र - गुलाबी
भक्ष्य पदार्थ - मिठाई
पुष्प - केतकी
वय - युवावस्था
स्थिति - सोती हुई
पात्र - कांसा
आभूषण - मूंगा
संक्रांति का 12 राशियों को मिलेगा यह फल
1. मेष- उच्च पद की प्राप्ति होगी।
2. वृषभ- महत्वपूर्ण योजनाएं प्रारंभ होने के योग बनेगें।
3. मिथुन- ऐश्वर्य की प्राप्ति होगी।
4. कर्क- कलह-संघर्ष, व्यवधानों पर विराम लगेगा।
5. सिंह- किसी बड़ी उपलब्धि की प्राप्ति होगी।
6. कन्या- शुभ समाचार मिलेगा।
7. तुला- व्यवसाय में बाहरी संबंधों से लाभ तथा शत्रु अनुकूल होंगे।
8. वृश्चिक- विदेशी कार्यों से लाभ तथा विदेश यात्रा होगी।
9. धनु- चहुंओर विजय होगी।
10. मकर- अधिकार प्राप्ति होगी।
11. कुंभ- विरोधी परास्त होंगे। भेंट मिलेगी।
12. मीन- सम्मान, यश बढ़ेगा।