वर्ष 2021 में मकर संक्राति का त्योहार 14 जनवरी को मनाया जा रहा है। इस दिन सूर्यदेव अपनी राशि परिवर्तन कर प्रात: 8 बजकर 05 मिनट पर मकर राशि में प्रवेश करेंगे। सूर्य के मकर राशि में प्रवेश करते ही देशभर में मकर-संक्रांति के पर्व का शुभारंभ हो जाएगा।
मकर-संक्रांति का पुण्यकाल-
वर्ष 2021 में मकर-संक्रांति का पुण्यकाल प्रात: 8 बजकर 05 मिनट से रात्रि 10 बज कर 46 मिनट तक रहेगा।
संक्रांति का वाहन-
वर्ष 2021 में संक्रांति का वाहन सिंह (व्याघ्र) एवं उपवाहन गज (हाथी) रहेगा। इस वर्ष संक्रांति का आगमन श्वेत वस्त्र व पाटली कंचुकी धारण किए बालावस्था में हो रहा है। संक्रांति कस्तूरी लेपन कर गदा आयुध (शस्त्र) लिए स्वर्णपात्र में अन्न भक्षण करते हुए आग्नेय दिशा को दृष्टिगत किए पूर्व दिशा की ओर गमन करते आ रही है।
मकर संक्रांति पर 14 काम करने से रोका गया है। ये इस प्रकार हैं-
1- इस दिन बाल धोने से बचना चाहिए।
2- बाल न कटवाएं।
3- दाढ़ी न बनवाएं।
4- किसी से उधार न लें।
5- अन्न का अपमान न करें।
6- इस दिन फसल नहीं काटनी चाहिए।
7- गाय या भैंस का दूध निकालने जैसा काम नहीं करना चाहिए।
8- इस दौरान किसी से भी कड़वे बोल न बोलें।
9- किसी भी वृक्ष को नहीं काटें।
10- मांस और शराब के सेवन से इस दिन बचना चाहिए।
11- घर के बड़ों का निरादर न करें।
12- भिखारी को न भगाएं।
13- ईश्वर निंदा से बचें।
14- जानवर-पंछियों को न दुत्कारें।
जानकारी शास्त्रों पर आधारित है। इन पर विश्वास अपने विवेक से करें।