आजकल मकर संक्रांति को लेकर हर साल असमंजस रहता है। मकर संक्रांति का त्योहार वर्षों से ही 14 जनवरी को मनाया जाता रहा है लेकिन पिछले कुछ वर्षों से यह अब 15 जनवरी को भी आने लगा है। मकर संक्रांति पर तिल गुड़ खाना, पतंग उड़ाना, गिल्ली डंडा खेलना, सूर्यदेव को अर्घ्य देना, गाय को हरा चारा खिलाना, नदी स्नान करना और दान पुण्य करना होता है।
सूर्य गोचर : 14 जनवरी 2023 में सूर्यदेव धनु से निकलकर मकर राशि में गोचर करने लगेंगे, जहां वह 13 फरवरी 2023 तक रहेगा। हिंदू पंचांग के अनुसार 14 जनवरी 2023 को रात 8 बजकर 14 मिनट पर सूर्य मकर राशि में गोचर करेंगे और इस गोचर के बाद ही मकर संक्रांति का त्योहार मनाया जाता है। उदयातिथि के अनुसार अगले दिन यानी 15 जनवरी की सुबह मकर संक्रांति का त्योहार मनाया जाएगा।