Select Your Language

Notifications

webdunia
webdunia
webdunia
webdunia
Advertiesment

मंगल ग्रह सेवा संस्थान में कर्मचारियों का कटता है पीएफ, हेल्थ और एजुकेशन फ्री

हमें फॉलो करें मंगल ग्रह सेवा संस्थान में कर्मचारियों का कटता है पीएफ, हेल्थ और एजुकेशन फ्री
Shri Mangal Dev Graha Mandir Amalner: महाराष्ट्र के जलगांव जिले में धुले के पास अमलनेर में स्थित श्री मंगल ग्रह मंदिर देश का एक मात्र ऐसा मंदिर माना जाता है जहां पर कर्मचारियों और सुरक्षाकर्मियों के लिए कई तरह की विशेष सुविधाएं उपलब्ध है।
 
मंगल ग्रह सेवा संस्थान के पीआरओ शरद कुलकर्णी ने बताया कि यहां पर 72 कर्मचारी कार्य करते हैं। तहसील स्तर पर इतना बड़ा रोजगार उपलब्ध कराना इस मंदिर की बहुत बड़ी खासियत है। यहां के जो कर्मचारी काम करते हैं उनका सैलरी बैंक के माध्यम से दिया जाता है। इसमें उनका पीएफ कटता है, उनका ईएसआईसी है, उनका मेडिक्लेम पॉलिसी है। सरकार लोगों की पेंशन बंद कर रही है, लेकिन मंगल ग्रह संस्थान कर्मचारियों को पेंशन दे रही है।
 
सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि कर्मचारियों के जो बच्चों पढ़ते हैं, केजी 2 पीजी तक। उन बच्चों जो खर्च है वह पूरा का पूरा यह मंगल ग्रह संस्थान उठाता है। अपनी सैलरी में से जो पैसा खर्च होता है वह एक तो हेल्थ पर होता है और दूसरा एजुकेशन पर होता है। वह दोनों खर्चे संस्थान उठाती है। इसीलिए मंगल ग्रह सेवा संस्थान के कर्मचारी मंगल ग्रह सेवा संस्थान से डिवोशनली अटैच हैं। मंगल ग्रह संस्थान का जो उद्देश्य है वह है- स्वच्छता, नम्रता और पारदर्शकता। यह सारी चीजें यहां पर कर्मचारियों के माध्यम से देखने को मिलती है।
 
सबसे प्रमुख बात यह है कि यहां पर जो सुरक्षाकर्मी है वे सभी देश की सीमा की रक्षा करने वाले रिटायर्ड सैनिक हैं। मिलिट्री से रिटायर्ड इन सभी सुरक्षाकर्मियों को मंगल ग्रह सेवा संस्थान में फ्री अभिषेक की सुविधा है और फ्री में भोजन भी कराया जाता है।
 
उल्लेखनीय है कि मंगल ग्रह मंदिर में प्रति मंगलवार को हजारों की संख्‍या में लोग मंगल दोष शांति के लिए अभिषेक कराने के लिए आते हैं। यहां पर ज्यादातर उन लोगों की संख्या होती है जो अविवाहित हैं, मांगलिक दोष से पीड़ित हैं या उनके वैवाहिक जीवन में किसी भी प्रकार की कोई समस्या आ रही है।
webdunia

Share this Story:

Follow Webdunia Hindi

अगला लेख

28 मार्च को गुरु होंगे अस्त, 5 राशियों के कष्टों का होगा अंत