वैसे किसी भी कपल के बीच आपसी प्रेम चाहे कितना ही क्यों न हो, झगड़े तो हर कपल व पति-पत्नी में होते ही हैं। आमतौर पर यह झगड़े तब और बढ़ जाते हैं, जब कोई पति-पत्नी अपने जीवन के नए पड़ाव में कदम रखते हैं और माता-पिता बन जाते हैं। एक बार माता-पिता बन जाने के बाद अब झगड़ों की वजह भी पहले जैसी नहीं होती और ये कारण बदल जाते हैं। आप सोच रहे होंगे कि नए माता-पिता बनने से और बच्चे की जिम्मेदारी आ जाने से, बच्चे की छोटी-छोटी बातों को लेकर पति-पत्नी में झगड़ा होता होगा! यदि आप ऐसा सोच रहे हैं तो आप गलत सोच रहे हैं।
आइए, आपको बताते हैं वे चीजें जिन पर नए माता-पिता बने कपल्स झगड़ते हैं।
1. स्ट्रेस की वजह से :
नन्हे-मुन्ने बच्चे के आने से वे खुश तो बहुत होते हैं लेकिन नए माता-पिता की लाइफ में कई तरह के बदलाव आते हैं। उनकी डेली रूटीन काफी हद तक बदल जाती है जैसे शुरुआती समय में एकदम से अपना लेना उनके लिए आसान नहीं होता। बच्चे की देखभाल को लेकर सारी बातें दोनों ही पैरेंट्स के लिए नई-नई होती है जिससे वे अक्सर स्ट्रेस में होते हैं और छोटी-छोटी बातों पर एक-दूसरे से लड़ पड़ते हैं।
2. पार्टनर के साथ क्वॉलिटी टाइम न मिल पाना :
अक्सर मांएं बच्चों में बहुत अधिक व्यस्त हो जाती हैं। उन्हें बार-बार ब्रेस्ट फीड कराना होता है और यदि वे ऑफिस भी जाती हैं तब तो उनका शेड्यूल बेहद बिजी हो जाता है। यदि हाउसवाइफ हैं और घर की सारी जिम्मेदारी अकेले उनके कंधों पर है तब घर की जिम्मेदारियां निभाते हुए और छोटे बच्चे के भी बहुत सारे काम होते हैं जो उन्हें जरा भी फ़्री नहीं होने देते, जिसके बाद वे थक जाती हैं। इस वजह से अक्सर पति-पत्नी के बीच गलतफहमियां पैदा हो जाती हैं।
3. प्राइवेसी खत्म हो जाना
पैरेंटहुड की शुरुआत में कपल्स को प्राइवेट टाइम बिताने का मौका भी कम ही मिल पाता है। जिससे दोनों ही पार्टनर को ऐसा लगने लगता है कि उन्हें जरूरी प्यार नहीं मिल रहा और उनका साथी उन्हें समझ नहीं पा रहा है। इससे कई बार इनमें दूरियां आ जाती हैं और झगड़े होने लगते हैं।
4. सोशल लाइफ पर ब्रेक लग जाना
नए माता-पिता बनने पर कुछ समय के लिए दोनों की ही सोशल लाइफ खत्म सी हो जाती है। अब वे पहले की तरह अपने दोस्तों के साथ पार्टियां नहीं कर पाते, न ही किसी और दूसरी गतिविधियों के लिए समय निकाल पाते हैं। इस वजह से कई बार वे अकेलापन व बोरियत महसूस करते हैं।
इसलिए नए माता-पिता को खुद को अपने दोस्तों और रिश्तेदारों से पूरी तरह से अलग नहीं करना चाहिए। आप घर के काम व बच्चे के कामों के लिए किसी की मदद ले सकती हैं और थोड़ा टाइम मैनेज करके आपको अपने साथी और खुद के लिए भी टाइम निकालना चाहिए।