बच्चे जब पांच साल से कम उम्र के होते हैं, तब वे घर में ही कई तरह की दुर्घटनाओं के शिकार हो जाते हैं। छोटे बच्चे जब घुटनों के बल चलता सीखते हैं, धीरे-धीरे खड़े होना सीखते हैं तब वे काफी जिज्ञासु होते हैं। इस दौरान वे हर चीज को हाथों में लेकर देखना और छूना चाहते हैं। बच्चों को इस उम्र में यह समझा पाना तो लगभग मुश्किल ही है कि कौनसी चीज छूने से उन्हें नुकसान हो सकता है। ऐसे में तेजी से बड़े होते बच्चों के लिए हमें अपने घर को ही उनके लिए सुरक्षित बनाना पड़ेगा और कुछ बातों में आपको ही सावधानियां बरतते हुए ध्यान रखना होगा।
आइए जानें वे बाते जहां ध्यान देने की जरूरत है...
1. अगर बच्चा करवट लेने लगा है तो जल्दी ही पलटने भी लगेगा, इसलिए उसे बिस्तर पर अकेला न छोड़ें।
2. अगर वह सरकने की कोशिश करने लगा है तो फर्श पर कोई भी नुकीली, धारदार, खुरदरी या छोटी-बड़ी चीज नहीं छोड़ी जानी चाहिए।
3. बच्चा सहारा लेकर खड़ा होना सीख रहा है तो टेलीफोन या गुलदस्ते इत्यादि उसकी पहुंच से दूर रखें।
4. सफाई के काम में आने वाले पावउर, एसिड इत्यादि बंद अलमारी या ऊंचे स्थान पर रखें।
5. सभी प्रकार की पिनों, सुइयों, कैंचियों, छुरी, काँटे, चम्मच, माचिस, लाइटर, चाकू तथा अन्य प्रकार की पैनी वस्तुए भी दूर रखें।
6. मिक्सी, ओवन, हीटर, टोस्टर इत्यादि काम में न ले रहे हों तो प्लग निकाल कर रखें।
7. कांच व चीनी मिट्टी के बर्तन बच्चों की पहुंच से बाहर या फिर बंद अलमारियों में रखें।
8. खाने-पीने की खासकर गरम वस्तुएं ऐसी जगह न रखें, जहां से बच्चा बर्तन खींचकर अपने ऊपर गिरा ले।
9. किचन का कोई भी काम बच्चे को गोद में लेकर न करें। और जहां तक संभव हो उसे रसोईघर से दूर ही रखें।
10. बच्चे आसपास हों तो चाय, कॉफी के कप सेंटर टेबल पर न रखें, न ही बच्चे के ऊपर से एक-दूसरे को गरम पेय का कप या ग्लास पकड़ाएं।
11. बिजली के सभी तारों की जांच कर लें कि वे सही-सलामत हैं या नहीं? बिजली के सभी पॉइंट्स सेफ्टी सॉकेट कवर से ढंककर रखें। टीवी, वीडियो के तार लटकते न छोड़ें।
12. घरेलू साफ-सफाई में इस्तेमाल होने वाले एसिड, फिनाइल व मच्छरों को भगाने की टिकिया या लिक्विड इत्यादि ड्रॉअर में रखें। सभी प्रकार की दवाएं व सौंदर्य प्रसाधन बच्चों की पहुंच से दूर, बंद अलमारी में रखें।
13. कभी भी बच्चे को स्नानघर में अकेला न छोड़ें।
14. अगर बच्चे को नहलाने के लिए गर्म पानी तैयार कर रहे हों, तो टब/बाल्टी में पहले ठंडा पानी डालें। वॉटर हीटर प्लग निकालकर ऊंचाई पर रखें।