भारत का पर्वतीय राज्य अरुणाचल गजब का है खूबसूरत
पूर्वोत्तर में अरुणाचल का सफर करना बहुत ही सुंदर, रोमांच और अद्भुत अनुभवों से भरा रहेगा। असम, सिक्किम, अरुणाचल, नगालैंड, त्रिपुरा, मेघालय और मणिपुर में घूमना बहुत ही अद्भुत है। भारत के ये पूर्वोत्तर राज्य अपने आप में प्राकृतिक खूबसूरती को समेटे हुए हैं। यहां के ऊंचे-ऊंचे पहाड़ देखने लायक हैं। पहाड़ों की सुंदरता को देखना है तो पूर्वोत्तर राज्यों का दौरा जरूर करना चाहिए।
पूर्वोत्तर के ये राज्य मौसम, मिजाज और संस्कृति एक अलग ही नजारा पेश करते हैं। 7 राज्यों के इस हरे-भरे व खूबसूरत पूर्वोत्तर के सफर पर जरूर जाएं। पूर्वोत्तर के राज्यों में पर्यटन के लिए सबसे अच्छी बात यह है कि एक बार टूर पर निकलकर पूरे पूर्वोत्तर की सैर की जा सकती है।
असम में आप चाय बागानों, फूल, वनस्पति, दुर्लभ नस्ल के गैंडों और यहां मनाए जाने वाले पर्वों का आनंद ले सकते हैं। असम में देखने लायक बहुत कुछ है। असम के कांजीरंगा नेशनल पार्क में घूमकर आपको अद्भुत अनुभव होगा। इसके अलावा असम के दर्शनीय स्थलों में एक है नीलांचल पर्वत पर स्थित कामाख्या देवी का मंदिर और ब्रह्मपुत्र नदी के पीकॉक टापू पर स्थित प्राचीन उमानंद शिव मंदिर।
अरुणाचल : अरुणाचल की ऊंची-ऊंची चोटियों से नीचे गिरते झरने दुनिया के सबसे खूबसूरत झरने हैं। विशेषकर गोरिचन और कांगटो की चोटियों को देखना गजब का अनुभव और अहसास देता है। बल खाती सर्पीली पहाड़ी नदी कामेंग में एडवेंचर टूरिज्म के शौकीनों के लिए एक आदर्श स्थान साबित हो सकता है।
आदिवासी समुदाय के लोगों द्वारा यहां बड़ी बारीकी से गोदना करते हैं जो वनों में घर बनाकर रहते हैं। यहां शानदार बौद्ध मठ हैं तथा रोमांच की कोई कमी नहीं है। तीन तरफ से भूटान, चीन एवं म्यांमार से घिरे इस राज्य के दो प्रमुख क्षेत्र राजधानी ईटानगर और तवांग देखने लायक हैं। यहां बौद्ध मठ, दर्रे, बर्फ और पहाड़ों की ऊंची चोटियों और घाटियों, झीलों को बस देखते ही रह जाएंगे।
अरुणाचय की राजधानी ईटानगर जाने के लिए यहां का निकटतम हवाई अड्डा है लीलाबारी जो यहां से लगभ 57 किलोमीटर दूर है। सड़कमार्ग द्वारा जाना चाहते हैं तो असम के गुवाहाटी से बस सेवाएं उपलब्ध हैं। रेलमार्ग में असम का हरमुति रेलवे स्टेशन करीब 34 किलोमीटर दूर और अरुणाचल का नहरलागुन रेलवे स्टेशन 15 किलोमीटर दूर है। ईटानगर के करीब 2 रेलवे स्टेशन हैं।
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