मेघालय भारत का उत्तर-पूर्वी राज्य है। यह प्राकृतिक सुंदरता से बहुत ही सुंदर, मनोरम और रोमांचक जगह है। यहां पर देखने लायक सैकड़ों टूरिज्म स्पॉट है, लेकिन यदि आप यहां की यात्रा का प्लान बना रहे हैं तो घूमते वक्त सवाधानी और सुरक्षा का ध्यान रखना भी जरूरी है क्योंकि हाल ही में इंदौर एक कपल मेघालय घूमने गया था जो अभी तक लापता है। चलिए जानते हैं मेघालय को।
मेघालय की सीमा एक ओर बांग्लादेश से लगती है तो बाकी ओर भारत के अन्य राज्यों से। मेघालय प्रमुख रूप से ईसाई धर्म के प्रभुत्व वाला राज्य है। यहां कि जनजातियों, आदिवासियों आदि सभी को ईसाई धर्म में धर्मांतरित कर दिया गया है। यहां पर ख़ासी, गारो और जयंतिया जानजाती के लोग रहते हैं। बांग्लादेशियों मुस्लिम और ईसाइयों ने भी यहां पर अपना डेरा जमा रखा है।
5 सावधानियां जो हर जगह आएगी काम:
1. झरनों और खाइयों से बचकर रहें: मेघालय का अर्थ है बादलों का घर। यहां आकर जीवन की हर चिंता समाप्त हो जाती है, लेकिन यही चिंता का एक कारण भी है क्योंकि यहां पर ऊंचे ऊंचे पहाड़ हैं तो सुरम्य और सुनसान घाटियां भी और खतरनाक झरने भी यहां पर देखने को मिलेंगे। झरने और घाटियों वाले क्षेत्र में आपको विशेष सावधानी रखना चाहिए। हादसों वाली जगहों पर पहले ही सूचित कर दिया जाता है। इसलिए इस पर जरूर ध्यान दें।
2. बारिश में संभलकर रहें: मेघालय में जलवायु अलग-अलग होती है, खासकर ऊंचाई और इलाके के कारण। यहां दुनियाभर में होने वाली बारिश के मुकाबले सबसे ज्यादा और खतरनाक बारिश होती है। यहां का मौसम सिर्फ एक ही है और वह है बारिश का मौसम। इसलिए यहां बाइक, साइकिल या कार से चलते वक्त सावधानी रखना होती है क्योंकि फिसलनभरी जगहों के दौरान यदि आप घाटियों या खाई में गिरे तो आपको न तो कोई बचाने वाला है और न ही कोई ढूंढने वाला उस वक्त मिलेगा। ट्रैकिंग करते वक्त सावधानी रखें।
3. सुनसान जगहों और अज्ञात लोगों से दूर रहें: यदि आप अकेले या अपने परिवार के साथ बगैर सुरक्षा के किसी सुनसान जगह पर घूमने निकल रहे हैं तो सावधान रहें क्योंकि यह आपके लिए खतरनाक हो सकता है। प्राकृतिक सुंदरता को निहारने या उसका आनंद लेने के चक्कर में आप अपनी जान को जोखिम में डाल सकते हैं। आप अकेले या बगैर सुरक्षा के गए तो आपके साथ क्या होगा यह आप ही जान सकते हैं। अज्ञात लोगों से दूरी बनाकर रखें: यात्रा के दौरान अपने सामान और कीमती वस्तुओं का ध्यान रखना होगा। रात में बाहर न घूमें और अज्ञात लोगों से सावधान रहें। होटल का चयन करते वक्त भी सावधानी रखें। आप यदि कोई बाइक या स्कूटर लेकर घूमने जा रहे हैं तो ध्यान रखें कि वहां न जाएं जहां लोग जाते नहीं है और जो कि पर्यटकों के लिए नहीं है। अगर कुछ ठीक नहीं लगता है, तो वहाँ से चले जाना सबसे अच्छा है। स्थानीय गाइड को साथ में रखना सुरक्षा सुनिश्चित करते हुए आपके अनुभव को बहुत बढ़ा सकता है।
4. सेहत का रखें ध्यान: यात्रा करते समय स्वास्थ्य बनाए रखना बहुत ज़रूरी है। नल का पानी अक्सर पीने के लिए असुरक्षित होता है, इसलिए बोतलबंद पानी का विकल्प चुनना उचित है। बुनियादी दवाइयाँ और एक छोटी प्राथमिक चिकित्सा किट साथ रखने से छोटी-मोटी स्वास्थ्य समस्याएँ आपके रोमांच को खराब करने से बच सकती हैं।
5. वन्यजीव मुठभेड़: हालांकि वन्यजीवों मुठभेड़ दुर्लभ हैं, लेकिन सावधान रहना बुद्धिमानी है, खासकर जंगली इलाकों में। जानवरों को खाना खिलाने या उनके बहुत करीब जाने से बचें। उनके स्थान का सम्मान करें और दूर से देखें। इस तरह की कुछ घटनाएं दर्ज की गई है।
मेघालय के 7 खास टूरिष्ट स्पॉट:
1. शिलॉन्ग: मेघालय की राजधानी शिलॉन्ग भारत का सबसे खूबसूरत हिल स्टेशन है। इसे पूर्व का स्कॉटलैंड कहा जाता है। शिलॉन्ग में दुनिया के सबसे ऊंचे वाटरफॉल में से एक है जिसे देखने दुनियाभर से लोग आते हैं।
2. चेरापूंजी: यह शिलॉन्ग से 56 किलो मीटर की दूरी पर है। चेरापूंजी 12 महीने ही घनी बारिश के कारण विश्व प्रसिद्ध पर्यटन स्थल है। यहां नोहकालीकई झरना के साथ ही बहुत ऊंचे ऊंचे सुंदर झरने हैं। चेरापूंजी के कुछ महत्वपूर्ण पर्यटन स्थल हैं माकडॉक-डिमपेप घाटी का दृश्य जो शिलॉन्ग और चेरापूंजी के बीच स्थित है, सोहरा बाजार और रामकृष्ण का मंदिर, संग्रहालय, नोखालीकाई जल प्रापत, प्रथम प्री साइबेरियन चर्च, वेल्श मिशनरियों की दरगाहें, एंगलिकन सिमेंटरी, इको पार्क डबल डेकर रुट ब्रीज, चेरापूंजी मौसम विज्ञान वेधशाला।.
3. मौसिनराम: यह स्थान भी चेरापूंजी की तरह सुंदर है। यहां वर्षा का मजा लिया जा सकता है। यह दुनिया के सबसे खूबसूरत स्थानों में से एक है। शिवलिंग के आकार का बना गांव चेरापूंजी के पास ही है।
4. नोंगपोह: यह एक बेहद ही खुबसूरत छोटा सा नगर है। यहां पर ब्रह्मपुत्र नदी को देखा जा सकता है। यहां की जलवायु और प्राकृतिक सुंदरता के कारण ही यह पर्यटकों के बीच मशहूर है।
5. डौकी नदी: डॉकी या डौकी रिवर मेघालय की राजधानी शिलांग से 95 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। यहां से बांग्लादेश की बॉर्डर महज 2 किलोमीटर की दूरी पर है। यह भारत की सबसे सबसे साफ नदी है जिसके तल में पड़े पत्थरों को देखा जा सकता है। यह स्थान चारों ओर पहाड़ों से घिरा हुआ है और इसमें आप बोटिंग का भी आनंद उठा सकते हैं। एक साधारण पुरानी-सी नाव, शीशे-सा चमकता साफ पानी और ठंडी हवा जादुई स्वर्ग जैसा माहौल बनता है।
6. मॉस्मई गुफा: जैंतिया पहाड़ियों में स्थित इस गुफा को दुनिया की सबसे लम्बी गुफा माना जाता है। इसकी लम्बाई लगभग 24.5 किलोमीटर बताई जाती है। इस गुफा की खोज 2016 में की गई थी। यहां जाने के लिए आप शिलॉन्ग से टैक्सी कर सकते हैं और यहां आप ट्रेक्किंग का भी मजा ले सकते हैं।
7. डब्बल डेक्कर ब्रिज: यह मेघालय का काफी फेमस टूरिस्ट स्पॉट है। यहां हर साल लाखों पर्यटक इसे देखने के लिए आते हैं। यह ब्रिज लगभग 50 मीटर लंबा है और 1.5 मीटर चौड़ा है। इस ब्रिज के नीचे उमशियांग नदी बहती है और इस ब्रिज की जड़ों को मजबूत होने में 15 से 20 साल तक लग जाते हैं। मेघालय में खतरनाक बेम्बू ब्रिज भी है।