फरवरी माह में ठंड का असर थोड़ा कम होने लगता है। माह के अंतिम दो सप्ताह में हल्की हल्की ठंड रहती है। यदि आप फरवारी में घूमने का प्लान बना रहे हैं तो हमारी बताई जगहों पर भी जा सकते हैं। इन जगहों पर जाकर आपको सुकून का अहसास होगा।
1. समुद्री तट : यदि आप समुद्री क्षेत्र में घूमने का प्लान बना रहे हैं तो लक्ष्यद्वीप, दमण-दीव और केरल के कोवलम बीच पर आप घुमने जा सकते हैं। हम आपको सलाह देंगे दमण दीव जाने की।
2. पहाड़ों की सैर : यदि आप पहाड़ों की सैर करना चाहते हैं तो सबसे बेस्ट लद्दाख का लेह इलाका है। आप चाहें तो हिमाचल के चंबा या उत्तराखंड के नैनीताल भी जा सकते हैं। यदि आप मध्यप्रदेश के पचमढ़ी जाते हैं तो वहां पर पहाड़ों के साथ ही बहुत सारे झरनों का आनंद में ले सकते हैं। लोनावला हिल स्टेशन भी जा सकते हैं।
3. रेगिस्तान : रेगिस्तान को देखना चाहते हैं तो राजस्थान के जैसलमेर और बाड़मेर चले जाएं या यदि सफेद रेत का रेगिस्तान देखना हो तो गुजरात के कच्छ जिला चले जाएं। हालांकि कच्छ का सफेद रेगिस्तान रेत का नहीं, बल्कि नमक का है। इसे द ग्रेट रण ऑफ कच्छ कहते हैं। हम आपको सलाह देंगे बाड़मेर की।
4. जंगल : भारत में वैसे को बहुत सारे जंगल है, लेकिन हम आपको कान्हा राष्ट्रीय उद्यान जाने की सलाह देंगे। एशिया के सबसे सुरम्य और खूबसूरत वन्यजीव रिजर्वों में से एक है कान्हा राष्ट्रीय उद्यान में काला हिरण, बारहसिंगा, सांभर और चीतलों को एकसाथ देखे जा सकते हैं। इसके अलावा यहां बाघ, तेंदुआ, चीतल, नीलगाय, जंगली सूअर, गौर, भैंसे, सियार आदि हजारों पशु और पक्षियों का झुंड है। मंडला और जबलपुर शहर से सड़क मार्ग द्वारा 'कान्हा राष्ट्रीय उद्यान' तक पहुंचा जा सकता है।
5. ऊटी : तमिलनाडु का विश्व प्रसिद्ध शहर ऊटी हनीमून के लिए सबसे उपयुक्त स्थान है। इसे पहाड़ों की रानी कहा जाता है। प्रसिद्ध पर्यटन स्थल उधगमंडलम या ऊटी को डेस्टिनेशन स्पॉट बनाने में जॉन सुल्लिवन के योगदान को माना जाता है। यहां दूर-दूर तक फैली हरियाली, चाय के बागान, तरह-तरह की वनस्पतियां आपको मंत्रमुग्ध कर देगी। ऊटी में नीलगिरी पर्वतों की श्रृंखलाएं हैं। पहाड़ी से पहाड़ों, घाटियों और पठारों के नयनाभिराम दृश्य निहारना बेहद खूबसूरत अनुभव है। यहां इन्हें निहारने के लिए दूरबीन का प्रबंध किया गया है।