भोपाल। मध्यप्रदेश में विधानसभा चुनाव में भाजपा और कांग्रेस ने अपनी पूरी ताकत झोंक दी है। दोनों ही दल चुनाव से पहले अपनी जमीनी ताकत दिखाने के लिए इस महीने भोपाल में दो बड़े कार्यक्रम का आयोजन करने जा रहे हैं।
दोनों ही पार्टियां राज्य में आचार संहिता लगने से पहले अपने इन कार्यक्रमों के जरिए अपनी सियासी ताकत दिखाने की तैयारी में हैं। दोनों ही पार्टियों के इस चुनावी मेगा शो के फीका पड़ने के आसार बन गए हैं।
चुनाव आयोग ने आचार संहिता लगने से पहले ही अपनी ताकत दिखाते हुए सरकारी स्थानों, इमारतों पर बैनर पोस्टर लगाने पर रोक लगा दी है।
मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी वीएल कांताराव के मुताबिक संपति विरूपण अधिनियम के तहत अब सरकारी संपत्तियों पर किसी भी तरह के राजनीतिक पोस्टर नहीं लगाए जा सकेंगे। चुनाव आयोग के इस फैसले के बाद अब मेगा शो की तैयारियों में लगी दोनों ही पार्टियों को तगड़ा झटका लगा है। वजह साफ है कि अब भोपाल की सड़कों और इमारतों पर पहले की रैलियों की तरह बैनर,पोस्टर और झंडे नहीं दिखाई देंगे।
राहुल का मेगा शो : कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी का 17 सितंबर को भोपाल आ रहे हैं। पार्टी ने राहुल के मेगा शो का जो प्लान तैयार किया है, उसके मुताबिक राहुल भोपाल की सड़कों पर एक बड़ा रोड शो करेंगे। एयरपोर्ट से रैली स्थल तक होने वाले रोड शो के जरिए पार्टी अपनी ताकत दिखाएगी।
मोदी का मेगा शो : वहीं भाजपा राहुल की रैली के जवाब में 25 सितंबर को जंबूरी मैदान में कार्यकर्ता महाकुंभ करने जा रही है। इसमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और पार्टी अध्यक्ष अमित शाह शामिल हो रहे हैं। पार्टी रैली में 10 लाख भाजपा कार्यकर्ताओं के शामिल होने की बात कह रही है।