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सोशल मीडिया के विज्ञापनों ने टीवी को पीछे छोड़ा

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डॉ. प्रकाश हिन्दुस्तानी

#माय हैशटैग 
 
विश्व प्रसिद्ध आर्थिक पत्रिका फॉर्ब्स सोशल मीडिया के नए-नए ट्रेंड्स के बारे में रिसर्च करती रहती है।  हाल ही में उसने  अध्ययन किया कि 2019 में सोशल मीडिया के ट्रेंड्स क्या रहेंगे ? और उनका असर विज्ञापन की दुनिया पर, खासकर डिजिटल एडवरटाइजिंग पर क्या रहेगा?
 
अध्ययन के अनुसार सोशल मीडिया विज्ञापन की दुनिया का सबसे महत्वपूर्ण जरिया हो गया है।  टेलीविजन के विज्ञापनों से भी ज्यादा महत्वपूर्ण !  इसके बिना कहीं भी विज्ञापन की कल्पना नहीं की जा सकती।  सोशल मीडिया का उपयोग किसी भी प्रोडक्ट के प्रचार और उसके बारे में जागरुकता बनाए रखने के लिए की जा सकती है।  नए ग्राहकों को अपनी ओर आकर्षित करने के लिए भी सोशल मीडिया एक महत्वपूर्ण उपकरण है।  इसके माध्यम से कारोबार को आसानी से बढ़ाया जा सकता है। यह है अध्ययन के नतीजे :
 
ऑर्गेनिक रिच : अध्ययन के अनुसार पूरी दुनिया में सोशल मीडिया की ऑर्गेनिक रिच बढ़ती ही जा रही है। इसका सरल शब्दों में अर्थ यह है कि यह आंतरिक बढ़त स्वमेव संभव है। एसईओ के बेहतर उपयोग से यह पहुँच और भी बढ़ाई जा सकती है। गूगल, फेसबुक और अमेजॉन इसके क्षेत्र में खास तकनीक विकसित करने के लिए कार्य कर रहे हैं।  सोशल मीडिया की मार्केटिंग करने वाले इन तकनीकों का उपयोग अलग रूप से कर सकते हैं।  अब इस कारण से सोशल मीडिया का पूरा खेल और रणनीति बदल जाएगी।  यह तय है कि भविष्य में सोशल मीडिया पर क्या लिखा जा रहा है यह बात और भी महत्वपूर्ण होगी और विज्ञापनदाता उसका उपयोग अपने हित के लिए करेंगे। 
सोशल मीडिया पर और बढ़ेंगे विज्ञापन : सोशल मीडिया पर विज्ञापन बढ़ता ही जा रहे हैं। ज़ेनिथ मीडिया नामक एक प्रसिद्ध कंपनी ने हाल ही में कराये अपने अध्ययन में पाया कि सोशल मीडिया एडवरटाइजिंग का कुल खर्च टीवी विज्ञापन से भी ज़्यादा बढ़ गया है।  अगले वर्ष 2019 में यह 40% तक बढ़ने की संभावना है।  वर्तमान में पूरी दुनिया में 400 करोड़ डॉलर (28000 करोड़ रूपये से अधिक) का खर्च ऑनलाइन विज्ञापन में होता है।  अनुमान है कि सोशल मीडिया पर यह खर्च और बढ़ेगा और वह 5800 करोड़ डॉलर तक हो सकता है। 
 
फेसबुक सर्वोच्च स्थान पर : विज्ञापनदाताओं की निगाहें सोशल मीडिया पर है और उन्हें लगता है कि सोशल मीडिया जिस तरह आगे बढ़ रहा है, इससे वही विज्ञापन का प्राथमिक तरीका होगा। विज्ञापन की दुनिया में फेसबुक रिटेल विज्ञापनों के लिए बेहद महत्वपूर्ण हो गया है। तमाम नकारात्मक प्रचार और डेटा सिक्योरिटी की जांच के बावजूद फेसबुक की बादशाहत यहाँ कायम है और आगे भी बनी रहेगी। फेसबुक के विश्वव्यापी यूजर्स लगातार बढ़ते जा रहे हैं। 
 
चैटबॉट का महत्व : डिजिटल एडवरटाइजिंग और खासकर सोशल मीडिया एडवरटाइजिंग में चैटबॉट का उपयोग लगातार बढ़ रहा है। इनका उपयोग मार्केटिंग के टूल्स की तरह किया जा रहा है। इसके उपयोग से उपभोक्ताओं को भी अपनी ज़रूरत की वस्तुओं के विज्ञापन खोजने में मदद मिल रही है। साथ ही इसके उपयोग से उपभोक्ताओं के साथ संवाद करना आसान भी हो गया है। 
 
अल्पकालिक कंटेंट की महत्ता : सोशल मीडिया पर युवाओं को तेजी से बदलते कंटेंट में ज्यादा दिलचस्पी होती है। बार-बार और जल्दी बदलने वाले ट्रेंडिंग कंटेंट के विषय युवाओं को लुभाते हैं। नए ग्राहकों को आकर्षित करने और उनके संपर्क में बने रहने के लिए सोशल मीडिया बहुत ही प्रभावी माध्यम है। 
 

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