# माय हैशटैग
मुंबई में अंधेरी स्थित एक बार में रचना शर्मा अपने दोस्तों के साथ थी। पास की टेबल पर कुछ लड़के बैठे थे, जो आपस में बात कर रहे थे, वह बातचीत किसी लड़की को लेकर थी। रचना ने सुना कि एक लड़का कह रहा था कि वह प्रिया को धोखा देने जा रहा है। उसका कहीं और अफेयर है और वह प्रिया के बजाय उस नई लड़की को पसंद करने लगा है।
रचना शर्मा ने एक बार तो उसकी बात को नजरअंदाज किया, लेकिन जब बार-बार प्रिया, अफेयर, रिलेशनशिप जैसे शब्द उसे सुनाई दिए, तब उसने उन लड़कों की बातों पर गौर करना शुरू किया। रचना को लगा कि वह लड़का गलत कर रहा है। प्रिया के साथ जो कुछ भी हो रहा है, वह सही नहीं है इसलिए उसकी मदद करनी चाहिए।
रात को घर पहुंचने पर रचना को बेचैनी-सी महसूस हुई। उसे लगा कि अगर वह प्रिया की मदद कर सकती, तो जरूर करती। हो सकता है, इस रिश्ते के टूटने के बाद प्रिया पर क्या गुजरे। प्रिया ने कितने अरमान रखे होंगे उस लड़के को लेकर लेकिन उसे उस लड़के के बारे में कोई जानकारी नहीं थी।
रचना को लगा कि फेसबुक शायद इसमें उसकी मदद करे। प्रिया को इस रिश्ते के बारे में आगाह कर देना ठीक है। हो सकता है, बाद में बहुत देर हो जाए और वह रिश्ता टूटने की वजह से कोई गलत कदम उठा ले। प्रिया को पता तो चलना चाहिए कि उसका बॉयफ्रेंड उसके साथ चिटिंग कर रहा है। प्रिया को यह जानने का भी हक है, लेकिन प्रिया कौन है, कहां रहती है? यह सब रचना के लिए एक पहेली थी।
फेसबुक पर रचना ने एक पोस्ट लिख डाला और उस पर एक हैशटैग लगा दिया- ‘#सेवप्रिया’। पोस्ट में रचना ने लिखा कि प्रिया, तुम जिस लड़के को चाहती हो, वह बीती रात अंधेरी के बार में अपने दोस्तों के साथ में था और कुछ ऐसी बातें कह रहा था, जो प्रिया के लिए दुखी होने का कारण बन सकती है।
रचना ने फेसबुक पर 'मुंबई गर्ल प्रिया' के नाम पर खोज शुरू की, तो सैकड़ों प्रिया उसे मिलीं। वह किसी को जानती नहीं थी, ऐसे में उसने दर्जनों प्रियाओं को टैग कर दिया। फिर उसने सोचा कि अब वह जितना कुछ कर सकती थी, कर चुकी है। आगे प्रिया का भाग्य।
जिन-जिन लोगों ने रचना की पोस्ट देखी, उन्होंने उस पर सकारात्मक टिप्पणी लिखी और प्रिया को चेतावनी की बातें भी लिखीं। देखते-देखते वह पोस्ट वायरल हो गई। एक शख्स ने तो 300 प्रियाओं को खोजकर उन्हें टैग कर दिया। पोस्ट को लाइक करने वालों की संख्या हजारों तक पहुंच गई और 2,000 से ज्यादा लोगों ने उस पर कमेंट लिखा। अनेक लोगों को न प्रिया से मतलब था, न रचना से, लेकिन फिर भी उन्होंने उसे 'गर्ल्स सपोर्ट गर्ल्स' लिखते हुए रचना की सराहना की। ऐसे लोग भी थे जिन्हें उस फेसबुक पोस्ट के इरादों पर शक था। उन्होंने लिखा कि हो सकता है रचना नाम की यह लड़की प्रिया नामक लड़की की मोहब्बत में रुकावटें डाल रही हो।
पता नहीं, रचना तक वह पोस्ट पहुंची या नहीं और उसके बॉयफ्रेंड को उसके बारे में पता है या नहीं, लेकिन अभी भी वह पोस्ट तेजी से लाइक्स और कमेंट्स पाती जा रही है। हो सकता है कि एक प्रिया के बहाने दूसरी कई प्रियाएं बेवफा प्रेमी से बच जाए।
घटना सच्ची है, लेकिन पहचान छुपाने के लिए यहां नाम बदले जा रहे हैं।