# माय हैशटैग
भारत की राजनीतिक पार्टियां किस तरह सोशल मीडिया पर अभियान चलाती हैं, उसकी एक झलक पिछले मंगलवार को देखने को मिली, जब भारतीय जनता पार्टी द्वारा झूठी कांग्रेस हैशटैग (#Jhoothicongress) से अभियान चलाने का प्रयास भाजपा सांसद परेश रावल की गलती से लीक हो गया। बाद में परेश रावल ने भी झूठी कांग्रेस हैशटैग वाला अपना ट्वीट हटा लिया, लेकिन इसके बावजूद कांग्रेस को लांछित करने का अभियान सोशल मीडिया पर वायरल हो गया।
राजनीतिक पार्टियां दूसरे दलों के खिलाफ अभियान चलाने के लिए अपने कार्यकर्ताओं को हजारों की संख्या में संदेश भेजती हैं कि फलां दिन, फलां समय, फलां हैशटैग से ट्वीट किए जाने चाहिए। भारतीय जनता पार्टी ने अपने कार्यकर्ताओं को मैसेज दिया था कि मंगलवार को शाम के समय झूठी कांग्रेस हैशटैग से पूरे देश में हजारों की संख्या में ट्वीट किए जाएं, जिससे झूठी कांग्रेस हैशटैग वायरल हो जाए।
भारतीय जनता पार्टी की तरफ से यह संदेश वाला ड्राफ्ट किसने किया था, यह तो पता नहीं चल पाया, लेकिन जो चिट्ठी भाजपा के टि्वटर फॉलोअर्स को भेजी गई थी, वह गूगल डाक्यूमेंट के रूप में थी और परेश रावल की नासमझी से वह गूगल डाक्यूमेंट लीक हो गया। इस डाक्यूमेंट में लिखा था कि इस संदेश को वायरल करना है- ‘दोस्तो, दशकों तक सत्ता का सुख लेने के बाद कांग्रेस और गांधी परिवार सत्ता की दूरी बर्दाश्त नहीं कर पा रहा है। ये लोग झूठ बोलने लगे हैं। सत्ता पाने के लिए ये लोग कुछ भी कर सकते है। इन लोगों के लिए राष्ट्र की सुरक्षा भी कोई मायने नहीं रखती। ये लोग डोकलाम पर झूठ बोल चुके हैं। खुद कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी चीनी राजदूत से मिल चुके हैं’।
भारतीय जनता पार्टी का आईटी सेल गुजरात चुनाव के वक्त ऐसा ही एक ट्वीट वायरल कर चुका है, जिसमें आरोप लगाया गया था कि गुजरात चुनाव जीतने के लिए कांग्रेस के नेता पाकिस्तान की मदद ले रहे हैं। अतीत में भी आलू से सोना बनाने वाला वायरल संदेश इसी तरह का था, जिसमें राहुल गांधी नरेन्द्र मोदी को उद्घृत कर रहे थे कि वे कहते हैं कि हम आलू से सोना बनाएंगे। भाजपा के कार्यकर्ताओं ने उद्धरण को हटा दिया और उसे इस तरह प्रचारित किया कि हम आलू से सोना बनाएंगे।
झूठी कांग्रेस हैशटैग को वायरल बनाने वाला डाक्यूमेंट भाजपा कार्यकर्ताओं से अपील कर रहा था कि कार्यकर्ता झूठी कांग्रेस की हर बात को उजागर करें। जैसा कि उन्होंने गुजरात चुनाव के समय किया था। भाजपा के आईटी सेल के प्रभारी अमित मालवीय ने भी झूठी कांग्रेस हैशटैग से ट्वीट जारी कर दिया था।
पार्टी द्वारा कार्यकर्ताओं के लिए जारी इस संदेश में भाजपा कार्यकर्ताओं से कहा गया था कि मोदी सरकार ने कभी उद्योगपतियों का कर्ज माफ नहीं किया। यह सब काम यूपीए सरकार के दौरान हुआ है। कांग्रेस के अध्यक्ष राहुल गांधी पंजाब नेशनल बैंक घोटाले को मोदी सरकार की देन बता रहे हैं, जबकि नीरव मोदी का सितारा 2011 से बुलंद होना शुरू हुआ, जब यूपीए की सरकार थी। नीरव मोदी ने 2007 में हीरो का कारोबार शुरू किया था, तब भी यूपीए की सरकार थी। जब पी. चिदम्बरम वित्तमंत्री थे, तब उन्होंने पॉलिश किए हुए हीरों को ड्यूटी फ्री कर दिया था।
झूठी कांग्रेस हैशटैग के साथ भाजपा के आईटी सेल की तरफ से जारी दस्तावेज में कहा गया कि कांग्रेस हर समय झूठी साबित हुई है। कांग्रेस देश की सुरक्षा के लिए भी खतरा है। कांग्रेस के नेता रणदीप सूरजेवाला ने एक प्रेस वार्ता करके यह बयान दिया था कि चीनी सेना वापस डोकलाम तक आ गई है। सूरजेवाला का यह बयान भारतीय सेना का मनोबल गिराने वाला था।
सोशल मीडिया पर भाजपा और कांग्रेस दोनों ही अपना प्रभाव दिखा रही हैं। दोनों का कार्य करने का तरीका लगभग एक जैसा है, लेकिन भारतीय जनता पार्टी का संगठन बड़ा और मजबूत है, इसलिए वह सोशल मीडिया का उपयोग ज्यादा बेहतर तरीके से कर पा रही है। परेश रावल की गलती भाजपा के दूसरे कार्यकर्ता नहीं करते और वे निश्चित समय पर इस तरह के हैशटैग वायरल करने की कोशिश करते रहते हैं।
राजनीतिक दलों के अलावा श्रीश्री रविशंकर और सद्गुरु जग्गी वासुदेव के शिष्य भी अपने गुरु के प्रचार के लिए इस तरह हैशटैग वायरल करने की कोशिश करते हैं। जेल से छुड़ाने के लिए बाबा राम रहीम के शिष्य और आसाराम के चेले भी यही हथकंडा अपनाते हैं।