हॉलीवुड में गूंजा ग़ाज़ियाबाद के सुदीप का संगीत
एप्पल आईफोन-एप के लिए तैयार किया म्यूजिक
'मंज़िलें क्या हैं, रास्ता क्या है / हौसला हो तो, फ़ासला क्या है." ग़ाज़ियाबाद के इंदिरापुरम में रहने वाले सुदीप सिन्हा के लिए यह पंक्तियां एकदम सटीक हैं। मात्र 20 साल की उम्र और अनगिनत अंतरराष्ट्रीय उपलब्धियां। यही है संगीतकार सुदीप सिन्हा का परिचय।
कम उम्र में म्यूज़िक प्रोड्यूसर बनने का सपना शायद ही किसी ने देखा होगा, लेकिन 20 साल के सुदीप सिन्हा ने, न केवल यह सपना देखा बल्कि उसे सच करने के लिए हॉलीवुड भी जा पहुंचे। उनका हुनर देखकर अमेरिका के फ्लोरिडा में स्थापित दुनिया के बेहतरीन संगीत विश्वविद्यालय- फ़ुलसेल यूनिवर्सिटी ने उन्हें फैलोशिप देकर रिकॉर्डिंग आर्ट्स में स्नातक की उपाधि प्रदान की है। और इन दिनों वे लॉस एंजिल्स में रहकर म्यूजिक प्रोडक्शन के क्षेत्र में खूब नाम कमा रहे हैं। सुदीप ने अपने शानदार संगीत से अमेरिका में लाखों लोगों को अपना दीवाना बना लिया है।
इन दिनों वे एप्पल आईफोन के लोकप्रिय गेम-एप 'पिक्सेल ट्रिप' के लिए म्यूज़िक तैयार करके चर्चा में हैं। डोमिनियन स्टूडियोज द्वारा बनाए इस एप को एप्पल ने बाज़ार में उतारा है जो ख़ूब पसंद किया जा रहा है। यह मोबाइल गेम आईओएस और एंड्रॉइड, दोनों पर उपलब्ध है। सुदीप ने इज़राइली गायक 'पीर तासी' के नए सिंगल में भी बतौर संगीतकार काम किया है। यूट्यूब पर इस गीत के हिट 50 लाख से ऊपर चले गए हैं। इन दिनों सुदीप, पश्चिम अमेरिका में ग्रैमी नॉमिनेटेड प्रोड्यूसर जैमिनी मुशीक के सहायक के रूप में काम कर रहे हैं।
सुदीप को बचपन से ही संगीत का रुझान था। वे अव्वल दर्जे के पियानो वादक भी हैं। अपनी स्कूली पढ़ाई पूरी करने के बाद, सुदीप मुंबई गए और प्रसिद्ध संगीत संगीतकार आदेश श्रीवास्तव से मिले। उनके काम को देख-सुन कर आदेश श्रीवास्तव ने उन्हें अपने साथ काम करने का अवसर दिया।
फिर कुछ समय बाद वे संगीत के अपने जुनून को हवा देने वे यूएसए चले गए। फ़ुलसेल यूनिवर्सिटी में भी वे बहुत जल्द ही लोकप्रिय हो गए। वहाँ लगातार दो वर्षों तक उन्हें ग्रेमी विजेताओं द्वारा 24hous रीमिक्स म्यूज़िक प्रतियोगिता का विनर घोषित किया गया। यह हम सब के लिए गर्व की बात है कि इतनीं छोटी सी उम्र में सुदीप सिन्हा विदेशों में अपना नाम रोशन कर रहे हैं। जल्द ही यह युवा कलाकार हिन्दुस्तान के संगीत जगत में भी अपना आगाज़ करेगा।