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सोशल मीडिया पर फ़ॉलोअर्स बढ़ाने में जुटा ट्रम्प का स्टॉफ

हमें फॉलो करें सोशल मीडिया पर फ़ॉलोअर्स बढ़ाने में जुटा ट्रम्प का स्टॉफ

डॉ. प्रकाश हिन्दुस्तानी

# माय हैशटैग
अमेरिकी राष्ट्रपति का पद संभालने के पहले ही डोनाल्ड ट्रम्प के सिपहसालार उनके सोशल मीडिया अकाउंट्स को लोकप्रिय बनाने में जुटे हैं। यह माना जा  रहा है कि राष्ट्रपति पद पर रहते हुए डोनाल्ड ट्रम्प प्रेस कांफ्रेंस करने के बजाय सोशल मीडिया का उपयोग करना ज्यादा पसंद करेंगे। इस बारे में ट्रम्प  पहले कह भी चुके है कि सोशल मीडिया ज्यादा तेज गति का माध्यम है और वे सोशल मीडिया के माध्यम से अमेरिकी लोगों से जीवंत संपर्क बनाए रखेंगे। 
 
ट्रम्प के भावी प्रेस सेक्रेटरी सीन स्पाइसर ने भी इस बात की पुष्टि की है और कहा है कि सोशल मीडिया के माध्यम से ही ट्रम्प अमेरिकियों से बातचीत  करते रहेंगे। स्पाइसर ने दावा किया कि अमेरिका के साढ़े चार करोड़ से ज्यादा लोग सोशल मीडिया पर ट्रम्प से जुड़े हुए हैं, जो कि अमेरिका की आबादी का  करीब 15 प्रतिशत होता है। 
 
मास मीडिया में स्पाइसर के बयान का मजाक उड़ाया जा रहा है। मास मीडिया का कहना है कि ट्रम्प के फॉलोअर्स की संख्या चार करोड़ 10 लाख से ज्यादा  नहीं है। अब ट्रम्प के अनुयायी अगर इसे साढ़े चार करोड़ बताएं, तो इसमें क्या अचरज? एक और आलोचना इस बात को लेकर भी हो रही है कि ट्रम्प के  फॉलोअर्स सोशल मीडिया पर अलग-अलग प्लेटफॉर्म पर है। अनेक फॉलोअर्स ऐसे हैं, जो ट्रम्प के फेसबुक, ट्विटर, इंस्टाग्राम, यू-ट्यूब, पिंटरेस्ट आदि सभी  जगहों पर फॉलो करते है। ऐसे में उनके प्रेस सेक्रेटरी का यह बयान सही नहीं कहा जा सकता। ट्रम्प के फॉलोअर्स को कई बार दो-दो, तीन-तीन या चार बार  तक गिना जाना सही नहीं कहा जा सकता।
 
यह भी विचारणीय है कि क्या ट्रम्प के सभी फॉलोअर्स अमेरिकी नागरिक हैं। वास्तव में ट्रम्प के ट्विटर फॉलोअर्स की संख्या तो भारतीय प्रधानमंत्री नरेन्द्र  मोदी के फॉलोअर्स से काफी कम है। ट्रम्प के फॉलोअर्स में नकली फॉलोअर्स की संख्या भी बड़ी मात्रा में बताई जाती है, क्योंकि ये फॉलोअर्स व्यक्ति न होकर  रोबोट होते हैं। ट्विटरऑडिट.कॉम नामक वेबसाइट का दावा है कि ट्रम्प के 25 लाख से ज्यादा फॉलोअर्स या तो हैं ही नहीं, या सक्रिय नहीं हैं। 
 
ट्रम्प के आलोचकों का कहना है कि अगर राष्ट्रपति पद संभालने के बाद डोनाल्ड ट्रम्प सोशल मीडिया के माध्यम से ही लोगों से बात करेंगे, तो वे अमेरिका  के एक मामूली वर्ग से ही जुड़े रह पाएंगे। मास मीडिया की उपेक्षा करके वे बहुत जीवंत संपर्क नहीं बना सकते। 
 
यह तय है कि राष्ट्रपति के रूप में डोनाल्ड ट्रम्प ट्विटर का उपयोग लाउड स्पीकर के भौंगे की तरह करने वाले हैं। इसके माध्यम से वे अपनी बात तो  लोगों के सामने रखेंगे ही, ओबामा सरकार की नीतियों को गलत ठहराने का प्रचार भी जी जान से करेंगे। ट्रम्प की आदत है कि वे अपने विरोधियों को  जवाब देने में कभी भी हिचकिचाते नहीं हैं। कोई भी उन पर अंगुली उठाता है, तो वे उसका मुंहतोड़ जवाब देने की कोशिश करते हैं, बिना यह देखे कि  आरोप लगाने वाला किस कद का व्यक्ति है।
 
ट्रम्प को विश्वास है कि उनके लाखों फॉलोअर्स उनकी स्टाइल को आगे बढ़ाएंगे और विरोधियों को जमकर जवाब देने में हिचकिचाएंगे नहीं। ट्रम्प का लक्ष्य  है, उन सभी अमेरिकियों तक अपनी बात पहुंचाना, जो उनके लिए मायने रखते हैं। जो अमेरिकी ट्रम्प का समर्थन नहीं करते या विरोध करते हैं, वे उनके  प्रति निर्मम बने रहना पसंद करते हैं। ट्रम्प को भरोसा है कि उनकी स्टाइल अमेरिकियों द्वारा पसंद की जाएगी और विरोधी उससे खौफ खाएंगे। 

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