* जब हो कालसर्प योग, तब क्या करें, जानिए...
कालसर्प योग से राहत पाने के लिए जातक को निम्न उपायों को आजमाने से उनका जीवन सुखमय व्यतीत होगा। इसके अलावा सामान्य जातक भी अपने कल्याण के लिए शिव गायत्री मंत्र जप कर सकता है।
* जिस जातक के जीवन में कालसर्प योग के लक्षण हैं, वह नागपंचमी के दिन किसी भी शिव मंदिर या नाग-नागिन के मंदिर में चांदी, पंचधातु, तांबा या अष्ट धातु का नाग-नागिन का जोड़ा चढ़ा कर आएं।
* नागपंचमी के दिन ही शिव मंदिर में 1 माला शिव गायत्री मंत्र का जाप (यथाशक्ति) करें एवं नाग-नागिन का जोड़ा चढ़ाएं तो पूर्ण लाभ मिलेगा।
- शिव गायत्री मंत्र : - 'ॐ तत्पुरुषाय विद्महे, महादेवाय धीमहि तन्नोरुद्र: प्रचोदयात्।'
* नागपंचमी के अलावा आम दिनों में भी कालसर्प दोष से मुक्ति के उपाय किए जा सकते हैं। विशेषकर सोमवार को शिव मंदिर में जो जातक चंदन की अगरबत्ती लगाकर एवं तेल या घी का दीपक लगाकर शिव गायत्री मंत्र का जाप करता है, तो उसे अवश्य ही श्रेष्ठ फल प्राप्त होता है।