राकांपा तथा एक निर्दलीय विधायक के समर्थन वापस लेने से गोवा की दिगंबर कामत सरकार पर अचानक आए संकट के बादल फिलहाल छँट गए हैं। संकट समाधान के लिए निकाले गए फार्मूले के तहत कामत अपने सहयोगियों को खुश रखने के लिए कैबिनेट में बदलाव कर सकते हैं।
राकांपा नेता प्रफुल्ल पटेल ने सभी संबंधित पक्षों के साथ दिनभर सलाह-मशविरा करने के बाद ऐलान किया कि चार दिवसीय संकट का समाधान हो गया है। बहरहाल वह मंत्रालय में फेरबदल किए जाने के सवाल को टाल गए।
यह पूछे जाने पर कि मंत्रिमंडल में फेरबदल को स्वीकार कर क्या कामत ने अपनी कुर्सी बचाई है, पटेल ने कहा मुख्यमंत्री रविवार को गोवा लौटने के बाद मुद्दे के समाधान के संबंध में फार्मूले का ऐलान करेंगे।
केंद्रीय नेताओं के साथ बातचीत के लिए आए कामत ने कहा था कि दैवीय कृपा से उनकी सरकार बचेगी।
पटेल ने कहा- राकांपा के सभी विधायकों एमजीपी के विधायक निर्दलीय विश्वजीत राणे और सेव गोवा फ्रंट के सदस्यों ने दिगंबर कामत सरकार को समर्थन देने का फैसला किया है।
उन्होंने कहा सभी मुद्दों का हल निकाल लिया गया है। राकांपा और राणे के बुधवार को समर्थन वापस लेने से कामत सरकार अल्पमत में आ गई थी।