पूर्वोत्तर राज्यों में मादक द्रव्य सेवन और एचआईवी एड्स की रोकथाम के लिए ऑस्ट्रेलियाई उच्चायोग 3.3 लाख अमेरिकी डॉलर खर्च करेगा।
भारत में ऑस्ट्रेलिया के उच्चायुक्त जॉन मैकार्थी ने बताया कि इससे भारत के नगालैंड, मेघालय, मणिपुर और मिजोरम में मादक द्रव्य निषेध और एचआईवी एड्स की रोकथाम में मदद मिलेगी। यह राशि संयुक्त राष्ट्र के औषध और अपराध (यूएनओडीसी) कार्यालय की निगरानी में खर्च की जाएगी।
ऑस्ट्रेलिया वर्ष 2005 से यूएनओडीसी को इस परियोजना के लिए मदद कर रहा है और अभी तक 8.54 लाख अमेरिकी डॉलर की आर्थिक मदद कर चुका है।
कार्थी ने कहा कि इस आर्थिक सहायता का मुख्य उद्देश्य मादक द्रव्य निषेध कार्यक्रम की रोकथाम में लगी सरकार और स्वंय सेवी संगठनों की स्थिति को सुदृढ़ करना है। इस परियोजना के तहत समुदाय के सदस्य नवयुवकों के बीच मादक द्रव्य निषेध और एचआईवी एड्स की रोकथाम के प्रति जागरूकता पैदा करते हैं।
यह परियोजना स्कूलों में मादक द्रव्य निषेध के प्रति जागरूकता पैदा करने और मादक द्रव्य इस्तेमाल और एचआईवी से प्रभावित नवयुवतियों की स्वंय सहायता समूह के गठन में भी मदद करता है।