ख्तात लेखिका तसलीमा नसरीन पर हमला
हैदराबाद (भाषा) , शुक्रवार, 10 अगस्त 2007 (10:30 IST)
प्रख्यात बांग्लादेशी लेखिका तसलीमा नसरीन पर गुरुवार को मजलिस इत्तिहादुल मुसलमीन (एमआईएम) के कार्यकर्ताओं ने यहाँ एक पुस्तक विमोचन समारोह में हमला किया। इस दौरान एक तेलुगू साहित्यकार और प्रेस फोटोग्राफर घायल हो गए। इस सिलसिले में मुस्लिम संगठन के तीन विधायकों समेत सात लोगों को गिरफ्तार कर लिया गया है। गिरफ्तार लोगों को बाद में जमानत पर रिहा कर दिया गया। पुलिस उपायुक्त एन. मधुसूदन ने बताया कि मोहम्मद अफसार खान, अहमद पाशा कादरी और मोहम्मद मौजुम खान को मजलिस ए इत्तेहादुल मुसलमीन के कार्यकर्ताओं की अगुवाई करने के लिए गिरफ्तार किया गया। इससे पहले अपनी नई पुस्तक 'शोध' के तेलुगू अनुवाद का विमोचन करने के लिए यहाँ आईं तसलीमा पर मुस्लिम संगठन के कार्यकर्ताओं ने हमला किया, लेकिन आयोजकों और पत्रकारों के बीच में आ जाने से नसरीन को कोई चोट नहीं आई। उन्हें सुरक्षित बाहर निकाल लिया गया।विधायक अफसर खान, अहमद पाशा और मौजुम खान के नेतृत्व में एमआईएम के करीब 40 कार्यकर्ता प्रेस क्लब परिसर में घुसे और लेखिका के खिलाफ नारेबाजी की। जिस समय पुस्तक विमोचन समारोह समाप्त होने को था तो एमआईएम के कार्यकर्ता अचानक कॉन्फ्रेंस हॉल में घुसे और प्रेस फोटोग्राफरों पर हमला बोल दिया। उन्होंने क्लब का फर्नीचर तोड़ा, खिड़कियों के शीशों को तोड़ा और कुछ मंच तक पहुँच गए और लेखिका से हाथापाई की।उपद्रवियों ने तसलीमा पर कागज और किताबें फेंकीं। इस दौरान तेलुगू लेखक और कार्यक्रम के आयोजक एन. इन्नियाह तथा एक प्रेस फोटाग्राफर घायल हो गए। आयोजकों और पत्रकारों ने तसलीमा के चारों तरफ घेरा बना लिया और उन्हें पास के कमरे में ले गए।पुलिस ने बाद में विधायकों तथा उनके समर्थकों को हिरासत में ले लिया। प्रतिबंधित उपन्यास 'लज्जा' समेत कई चर्चित पुस्तकों की लेखिका तसलीमा लंबे अरसे से मुस्लिम संगठनों के निशाने पर रही हैं। इस घटना के बाद उन्हें पत्रकारों तथा समारोह के आयोजकों की मदद से सुरक्षित हवाई अड्डे ले जाया गया। कई महिला लेखिकाएँ और सामाजिक संगठनों के प्रतिनिधि समारोह में मौजूद थे। प्रेस क्लब के प्रबंधक ने हमलावरों के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई। तसलीमा नसरीन ने हैदराबाद में उनके साथ कुछ कट्टरपंथियों द्वारा की गई हाथापाई की घटना के संबंध में कहा है कि कट्टरपंथियों की हार होगी और अंतत: लोकतंत्र तथा अभिव्यक्ति की आजादी की ही जीत होगी। तसलीमा ने इस घटना के कुछ ही घंटे बाद हैदराबाद से विमान से कोलकाता लौटते हुए एक विशेष बातचीत में कहा कि इस घटना को लेकर पूरे भारत से मुझे समर्थन मिला है और मेरा मानना है कि कट्टरपंथियों की हार होगी और अंतत: लोकतंत्र तथा अभिव्यक्ति की आजादी की ही जीत होगी। तसलीमा पर हैदराबाद में मजलिस इत्तेहादुल मुसलमीन (एमआईएम) के कार्यकर्ताओं द्वारा किए गए हमले की केंद्र सरकार ने कड़ी निंदा की।सूचना एवं प्रसारण मंत्री प्रियरंजन दासमुंशी ने दिल्ली में संवाददाताओं से कहा किसी भी नागरिक पर चाहे वह देश का हो या बाहर का अन्याय या हमला करने की भारत सरकार कड़ी निंदा करती है। आंध्रप्रदेश के गृहमंत्री के जना रेड्डी ने इस घटना की निंदा करते हुए संवाददाताओं से कहा कि इस घटना में शामिल लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। कांग्रेस महासचिव दिग्विजय सिंह ने घटना की निंदा की। उन्होंने कहा कि इस तरह के हमलों की उदार समाज में कोई जगह नहीं है।भाजपा प्रवक्ता प्रकाश जावडेकर ने इस हमले की निंदा करते हुए इसे अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता पर हमला बताया। भाकपा ने भी घटना की निंदा की। बड़ी संख्या में मीडियाकर्मी प्रेस क्लब के बाहर जमा हुए और एमआईएम कार्यकर्ताओं की करतूत की निंदा की। उन्होंने विधायक और उनके समर्थकों पर सख्त कार्रवाई की माँग की।घटना के सिलसिले में इंडियन जर्नलिस्ट यूनियन के महासचिव के श्रीनिवास रेड्डी और आंध्रप्रदेश यूनियन आफ वर्किंग जर्नलिस्ट के नेता डी.अमर ने मुख्यमंत्री वाई एस राजशेखर रेड्डी से मुलाकात की और दोषियों पर कड़ी कार्रवाई की माँग की।गौरतलब है कि एमआईएम का पुराने शहर में व्यापक प्रभाव है। इस दल की ओर से असदउद्दीन उवैसी लोकसभा सदस्य हैं। राज्य विधानसभा में भी दल के पाँच विधायक हैं। कट्टरपंथियों की हार होगी : तसलीमा