Select Your Language

Notifications

webdunia
webdunia
webdunia
webdunia

दिल्ली में फिर भीषण बम विस्फोट

1 की मौत, डेढ़ दर्जन लोग घायल

Advertiesment
हमें फॉलो करें नई दिल्ली
नई दिल्ली (वेबदुनिया न्यूज) , शनिवार, 27 सितम्बर 2008 (23:52 IST)
दिल्ली के समीप मेहरौली में शनिवाकी दोपहर 2.15 पर हुए एक भीषण बम विस्फोट में 9 साल के संतोष नामक बच्चे की मौत हो गई। 18 लोग घायल हो गए। एम्स के ट्रामा सेंटर 7 घायलों की हालत गंभीर है।

PTI
7 लोगों की हालत गंभीर : एम्स द्वारा जारी मेडिकल बुलेटिन में बताया गया है कि कुल 17 घायलों को अस्पताल में भर्ती किया गया है। घायलों में 11 पुरुष, 3 महिलाएँ और 3 बच्चे हैं। 3 लोगों का ऑपरेशन किया जा चुका है। घायलों में 7 लोगों की हालत गंभीर बताई जा रही है।

पुलिस को मिली थी धमकी : उक्त विस्फोट काफी भीषण था, जिससे आसपास के दुकानों और घरों के काँच फूट गए। इस घटना में ज्यादातर वे लोग शिकार हुए, जो दिहाड़ी करते हैं। यह भी जानकारी मिली है कि शुक्रवार की रात में ही पुलिस को धमकी मिली थी कि रविवार को बम विस्फोट किया जाने वाला है।

webdunia
PTI
नाइट्रेट का इस्तेमाल-दक्षिण दिल्ली के महरौली क्षेत्र में शनिवार को हुए विस्फोट में सल्फर पोटेशियम और अल्पमात्रा में अमोनियम नाइट्रेट का इस्तेमाल किया गया। इस विस्फोट में एक लड़के की मौत हुई है और करीब दो दर्जन लोग घायल हुए हैं। अधिकारियों ने कहा विस्फोट में डेढ़ इंच लंबी कील के साथ ढीले पैक में बंद अमोनियम नाइट्रेट का इस्तेमाल किया गया, जिसने नुकीली कीलों की तरह लोगों को घायल करने का काम किया। इसके साथ ही काला धुआँ निर्मित करने के लिए सल्फर का भी इस्तेमाल किया गया

पोटेशियम को विस्फोट प्रक्रिया शुरू करने के रूप में इस्तेमाल किया गया। यह घर्षण और हवा से संपर्क में आने पर जलता है। विस्फोटकों की पैकिंग काफी ढीली थी, जिस कारण यह कम क्षमता वाला बम साबित हुआ। राष्ट्रीय राजधानी में गत 13 सितंबर को हुए विस्फोटों में भी अमोनियम नाइट्रेट का उपयोग हुआ था, जिसमें 24 लोग मारे गए थे और कई अन्य घायल हुए थे

देश के विभिन्न हिस्सों में हमलों के लिए आतंकवादी संगठनों के इस्तेमाल में लाए जाने वाले इस अमोनियम नाइट्रेट की बिक्री को प्रतिबंधित करने के लिए सरकार ने विस्फोटक तत्व कानून में संशोधन करने की सैद्धांतिक मंजूरी दे दी है।

गत सप्ताह प्रधानमंत्री मनमोहनसिंह की अध्यक्षता में हुई कैबिनेट की विशेष बैठक में यह सैद्धांतिक मंजूरी दी गई। माना जा रहा है कि बेंगलुरु, अहमदाबाद और दिल्ली में हाल ही में हुए सिलसिलेवार बम विस्फोटों में इसी रसायन का इस्तेमाल किया गया। मुंबई की ट्रेनों मालेगाँव और मक्का मस्जिद में हुए धमाकों में भी अमोनियम नाइट्रेट का उपयोग हुआ।

बच्चे ने उठाया था बम : प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार जो पैकेट आतंकवादियों ने फेंका था, उसे सबसे पहले 9 साल के बच्चे संतोष ने उठाया था। पैकेट उठाने के बाद संतोष ने दौड़ लगाकर बाइक पर सवार लोगों को यह कहना चाहा कि उनका सामान गिर गया है, तभी जोरदार धमाका हुआ और सबसे पहले इसका शिकार यह बच्चा ही हुआ। विस्फोट कितना भयानक था इसका अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि समीप तीन मंजिला इमारत के शीशे भी फूट गए।

तीस वर्ष के लड़कों ने रखे बम-दक्षिण दिल्ली के महरौली में मोटरसाइकिल सवार जिन लड़कों ने बम रखा, उनकी उम्र 30-32 साल के आसपास है। संयुक्त पुलिस आयुक्त अजय कश्यप (दक्षिणी रेंज) ने कहा दोनों युवक काले ड्रेस में थे, हेलमेट लगाए हुए थे और एक काली बाइक पर सवार थे, इसलिए उन्हें पहचानना संभव नहीं है। चूँकि विस्फोट स्थल गुड़गाँव से लगा हुआ है, इसलिए दिल्ली पुलिस गुड़गाँव पुलिस के संपर्क में है। हमने लुक आउट जारी कर दिया है।

माँ के सामने ही हुआ हादसा : जिस बच्चे (संतोष) ने बम उठाया था, उसकी माँ बिलकुल नजदीक ही थी। माँ कुछ समझ पाती, तब तक तेज धमाका हो चुका था और चारों तरफ धुएँ के बीच चिल्ल-पुकार मच गई। बच्चे की मौत से उसके माता-पिता बदहवास हालत में हैं।

मृतक के परिजनों को पाँच लाख-दिल्ली की मुख्यमंत्री शीला दीक्षित ने कहा दिल्ली सरकार विस्फोट में मृत बच्चे के परिवार को पाँच लाख और प्रत्येक घायल को पचास हजार रुपए मुआवजा देगी।

प्रधानमंत्री ने जताया शोक-प्रधानमंत्री कार्यालय के सूत्रों के मुताबिक सिंह ने इस घटना पर स्तब्धता और शोक जताया है।

दिल्ली पुलिस हेल्प लाइन नम्बर : 23490312

दहली दिल्ली
दशहत में देश

Share this Story:

Follow Webdunia Hindi