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मोदी पर पीएम की टिप्‍पणी से भाजपा आगबबूला

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नई दिल्ली , शुक्रवार, 3 जनवरी 2014 (22:17 IST)
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नई दिल्ली। नरेन्द्र मोदी के प्रधानमंत्री बनने की संभावना को देश के लिए विनाशकारी बताए जाने संबंधी प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह की टिप्पणी पर तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए भाजपा ने कहा कि ऐसी शब्दावली का प्रयोग प्रधानमंत्री पद की गरिमा के विरुद्ध है और प्रधानमंत्री को कांग्रेस के ‘डर्टी ट्रिक्स डिपार्टमेंट’ का हिस्सा नहीं बनना चाहिए था।

राज्यसभा में विपक्ष के नेता अरुण जेटली ने कहा, प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने जिस शब्दावली का प्रयोग किया, वह प्रधानमंत्री पद की गरिमा के विरुद्ध है। इससे प्रधानमंत्री पद की मर्यादा नहीं बढ़ती है। उन्होंने कहा, कांग्रेस का ‘डर्टी ट्रिक्स डिपार्टमेंट’ नरेन्द्र मोदी के खिलाफ कई तरह के अभियान चलाता है। वह ऐसी शब्दावली का इस्तेमाल करें तो आश्चर्य नहीं है, लेकिन मुझे पूरा विश्वास है कि प्रधानमंत्री इस डर्टी ट्रिक्ट डिपार्टमेंट का हिस्सा नहीं हैं और उन्हें इसका हिस्सा नहीं बनना चाहिए था।

जेटली ने कहा कि प्रधानमंत्री ने कहा कि संप्रग 1 के कार्यकाल के समय हुए भ्रष्टाचार के बाद 2009 के चुनाव में संप्रग जीतकर सामने आई थी और इस तरह से वे चुनावी जीत को भ्रष्टाचार का दाग धोने का आधार बता रहे हैं। अगर प्रधानमंत्री के इसी तर्क को आधार माना जाए तब तो नरेन्द्र मोदी 2002, 2007 और 2012 तीन बार चुनाव जीत चुके हैं। मनमोहन सिंह इसी तर्क का लाभ मोदी को भी दे सकते थे।

जेटली ने मोदी का बचाव करते हुए कहा कि 1947 के बाद से कोई ऐसा राजनीतिक नेता नहीं हुआ जिसे किसी मामले में इतने परीक्षा और मूल्यांकन के दौर से गुजरना पड़ा हो। पहले पुलिस जांच, उसके बाद आयोग की जांच, इसके बाद उच्चतम न्यायालय की जांच, फिर एसआईटी का गठन एवं जांच, फिर न्याय मित्र, अदालत द्वारा मोदी को क्‍लीन चिट देने के एसआईटी की रिपोर्ट को स्वीकार किया जाना और यह सब उच्चतम न्यायालय की निगरानी में होना।

भाजपा नेता ने कहा, मोदी देश के अच्छे प्रधानमंत्री बनेंगे और इसके लिए मुझे यह कहने की जरूरत नहीं पड़ेगी कि समय बताएगा। जेटली ने कहा कि 1984 के सिख विरोधी दंगों पर प्रधानमंत्री ने कहा कि उन्होंने 20 साल बाद माफी मांग ली थी।

उन्होंने कहा कि यह प्रधानमंत्री का विदाई संवाददाता सम्मेलन था और ऐसे समय में आत्मनिरीक्षण जरूरी होता है, इतनी कड़वाहट ठीक नहीं है। उधर, भाजपा अध्यक्ष राजनाथ सिंह ने कहा, मैं प्रधानमंत्री के बयान की निंदा करता हूं। यह बहुत दुर्भाग्यपूर्ण है कि मोदी को एसआईटी और अदालत द्वारा क्लीन चिट दिए जाने के बाद भी प्रधानमंत्री ऐसी बात कह रहे हैं।

राजनाथ ने कहा, यह कहना हास्यास्पद है कि उन्हें (मोदी) प्रधानमंत्री नहीं होना चाहिए क्योंकि उनके कार्यकाल में गुजरात में दंगे हुए थे। मोदी ने मुख्यमंत्री के तौर पर अपने कार्यकाल में गुजरात को विकास के मॉडल के तौर पर और देश में मॉडल राज्य के तौर पर प्रस्तुत किया है।

उन्होंने हालांकि माना, 2002 में जो कुछ हुआ, वह दुर्भाग्यपूर्ण और दुखद है। इससे पहले, लोकसभा चुनाव से पहले प्रधानमंत्री के रूप में अपने दो कार्यकालों के दौरान आज तीसरे संवाददाता सम्मेलन में सवालों के जवाब में सिंह ने कहा, मैं ईमानदारी से मानता हूं कि नरेन्द्र मोदी जो कह रहे हैं, वह होने वाला नहीं है। उनसे सवाल किया था कि क्या वे मानते हैं कि भारी समर्थन की लहर के चलते मोदी प्रधानमंत्री बनेंगे।

मुख्य विपक्षी दल की ओर से उन्हें 'कमजोर' प्रधानमंत्री बताए जाने के सवाल पर सिंह ने मजबूत नेता बताए जाने वाले मोदी पर प्रहार करते हुए कहा कि यदि आप अहमदाबाद की सड़कों पर निर्दोष नागरिकों के नरसंहार को प्रधानमंत्री बन सकने की क्षमता से आंकते हैं तो मैं इसे नहीं मानता। सिंह ने 1984 के सिख विरोधी दंगों पर सवाल किए जाने पर कहा कि वे सार्वजनिक रूप से सरकार की ओर से सिख समुदाय से माफी मांग चुके हैं। (भाषा)

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