शहीदों के परिजनों के साथ अन्याय
विमान में साथ यात्रा की अनुमति न देना दु:खद
संसद की एक स्थायी समिति ने इस बात पर गहरा दु:ख जताया है कि शहीद जवानों के पार्थिव शरीरों के साथ उनके परिजनों को विमान में यात्रा करने की अनुमति नहीं दी जाती।
बाला साहिब विखे पाटिल की अध्यक्षता वाली संसद की रक्षा संबंधी स्थायी समिति ने पिछले दिनों सौंपी अपनी रिपोर्ट में इस स्थिति को बेहद दु:खद बताते हुए तत्काल आवश्यक कदम उठाए जाने की सिफारिश की है।
समिति ने अपनी 22वीं रिपोर्ट में कहा है कि अंडमान और निकोबार द्वीप और कुछ पूर्वोत्तर राज्यों के दौरे के दौरान देखा गया कि सिपाहियों के घायल होने या शहीद होने की स्थिति में उनके पार्थिव शरीर को विमान द्वारा उनके मूल स्थान को भेजा जाता है, लेकिन उनके परिवार के सदस्यों को उसी उड़ान से यात्रा करने की अनुमति नहीं दी जाती।
समिति को बताया गया कि ऐसा इसलिए किया जाता है क्योंकि दिशा-निर्देशों में इसका उल्लेख नहीं है। रिपोर्ट में कहा गया है कि यह एक दुखद स्थिति है। दिशा-निर्देश बदले जाने चाहिए।