नई दिल्ली। सरकार द्वारा इंटरनेट की निगरानी बढ़ाने के संबंध में चल रही वैश्विक बहस के बीच दूरसंचार उद्योग के निकाय सीओएआई ने कानून विशेषज्ञों, उद्योग और नीति निर्माताओं के साथ चर्चा शुरू की है ताकि ऐसे कानूनी ढांचे बनाए जाएं कि ऑनलाइन निजता से कोई समझौता न हो।
सेल्यूलर ऑपरेटर्स एसोसिएशन ऑफ इंडिया (सीओएआई) भारत में ऐसी निगरानी के संबंध में बेहतर कानूनी ढांचे के संबंध में संबद्ध पक्षों के साथ विचार-विमर्श कर रहा है।
सेंटर फॉर इंटरनेट एंड सोसायटी (सीआईएस) के साथ मिलकर आने वाले दिनों में विभिन्न शहरों में उद्योग संगठन सात निजता और निगरानी संबंधी गोल मेज सम्मेलन आयोजित करेगा। गोल मेज सम्मेलन में उद्योगपति, नीति निर्माता, कानून विशेषज्ञ आदि को शामिल किया जाएगा।
ऐसे सम्मेलन में की गई सिफारिशों और वार्ताओं का ब्यौरा इकट्ठा किया जाएगा और भारत सरकार के विभिन्न मंत्रालयों को सौंपा जाएगा। सीओएआई के महानिदेशक राजन एस मैथ्यूज ने कहा कि स्वतंत्रता के तौर पर इंटरनेट के जरिए डॉटा संपर्क संचार का सबसे शक्तिशाली माध्यम है। (भाषा)