हेलीकॉप्टर सौदा में रिश्वत, पढ़ें पूरी जानकारी...
, बुधवार, 13 फ़रवरी 2013 (15:19 IST)
दूसरा बोफोर्स कांड माने जा रहे इस हेलिकॉप्टर डील में हुए घोटाले (रिश्वत) के मामले के तार भारतीय वायु सेना के पूर्व प्रमुख से भी जुड़ते हुए दिखाई दे रहे हैं। हालांकि उन्होंने सभी आरोपों को सिरे से खारिज कर दिया है।
क्या है मामला : भारत ने 2010 में फिनमेकेनिका की सहयोगी कंपनी अगस्ता-वेस्टलैंड (यूके) के साथ 12 हेलिकॉप्टरों की खरीद का सौदा किया था। इसमें तीन हेलीकॉप्टर भारत आ चुके हैं और बाकी के नौ हेलीकॉप्टरों के इस साल जून-जुलाई तक भारत आने की उम्मीद थी। * इस सौदे में गड़बड़ी की आशंका जाहिर होने के बाद इतालवी एजेंसियों ने डेढ़ साल जांच के बाद मंगलवार को फिनमेकेनिका (इटली की एयरोस्पेस और डिफेंस कंपनी) के सीईओ गियुसिपी ओरसी को मिलान में गिरफ्तार किया। जेसेपी ओरसी 2011 से फिनमेकेनिका के मुख्य कार्यकारी अधिकारी हैं। उनकी गिरफ्तारी के बाद कंपनी के शेयरों की कीमतों में गिरावट जारी है। * इटली की कोर्ट ने अगस्ता-वेस्टलैंड के प्रमुख ब्रूनो स्पैगनेलेनी को भी नजरबंद करने के आदेश दिए हैं। फिनमेकेनिका इटली की कंपनी अगस्ता वेस्टलैंड की सहयोगी कंपनी है और इसमें 30 फीसदी हिस्सेदारी इटली की सरकार की है। * अक्टूबर 2012 में स्विट्जरलैंड पुलिस ने गुइडो राल्फ हाशके नामक कंसल्टेंट को भी गिरफ्तार किया था। हालांकि बाद में उसे छोड़ दिया गया था। * मामला उठने के बाद भारत सरकार ने सीबीआई जांच का भरोसा दिलाया है। * रक्षा मंत्री एके एंटनी का कहना है कि अगस्ता वेस्टलैंड मामले में सीबीआई की रिपोर्ट आने पर उसके मुताबिक कड़ी कार्रवाई होगी और डील रद्द भी की जा सकती है।
आगे पढ़ें : क्या हैं आरोप
क्या हैं आरोप : भारतीय अखबार इंडियन एक्सप्रेस के दावे के अनुसार उसके पास 64 पेज की वह रिपोर्ट है, जिसे फिनमेकेनिका के सीईओ की गिरफ्तारी के लिए ट्रिब्यूनल में फाइल किया गया था। इस रिपोर्ट में कहा गया है कि तत्कालीन वायुसेना प्रमुख एसपी त्यागी को मध्यस्थों के माध्यम से घूस की रकम, जिसका ठीक-ठीक अनुमान नहीं है, पहुंचाई गई थी।
रिपोर्ट के अनुसार एसपी त्यागी 2004 से 2007 में वायुसेना अध्यक्ष बने थे। कहा जा रहा है कि एयर चीफ मार्शल एसपी त्यागी के कुछ संबंधियों जूली त्यागी, डोस्का त्यागी और संदीप त्यागी के मार्फत उन तक रकम पहुंचाई गई थी।
अखबार के मुताबिक जांच रिपोर्ट में कहा गया है कि फिनेमेकेनिका की सहायक कंपनी अगस्ता वेस्टलैंड को नीलामी प्रक्रिया में शामिल करने के लिए कॉन्ट्रैक्ट में जानबूझकर तकनीकी पेंच फंसाए गए। इसके लिए 360 करोड़ रुपए से ज्यादा की रिश्वत दी गई। रिश्वत पर यह रकम इटली और भारत में खर्च की गई।
पूर्व एयर चीफ मार्शल त्यागी का पक्ष : इस मामले में त्यागी ने कबूल किया कि टेंडर उनके कार्यकाल में जारी हुआ था, लेकिन टेंडर की शर्तें उन्होंने नहीं बदलीं। पूर्व एयर चीफ चीफ मार्शल त्यागी ने घूस लेने के आरोपों को भी खारिज करते हुए खुद को निर्दोष बताया है।
त्यागी ने कहा कि सौदे पर 2010 में दस्तखत हुए थे, जबकि मैं 2007 में सेवानिवृत्त हो गया था। हालांकि उन्होंने कहा कि अगर इतनी सारी रिपोर्ट हैं तो इसमें कुछ तो गड़बड़ है और इसकी जांच होनी चाहिए।
उन्होंने कहा कि वायुसेना मुख्यालय जरूरतों को नहीं बदल सकता। यह किराने की दुकान नहीं है, बल्कि एक प्रणाली है। व्यवस्था है कि वायुसेना मुख्यालय केवल अनुशंसा कर सकता है लेकिन इसे मंजूरी नहीं दे सकता।
क्या कहना है सरकार का : पत्रकार वार्ता में रक्षामंत्री एके एंटनी ने कहा कि हमारे लिए कोई भी विकल्प खुला बंद नहीं है। सीबीआई जांच का आदेश दिया गया है। सीबीआई से कहा गया है कि वो जल्द अपनी रिपोर्ट तैयार करे लेकिन कोई समय सीमा नहीं दी जा सकती।