नई दिल्ली। दिल्ली में जनवरी के पहले 6 दिन में कोरोनावायरस संक्रमण के चलते 20 लोगों की मौत हुई है। आधिकारिक आंकड़ों के अनुसार, इनमें से 8 लोगों की मौत 5 जनवरी को हुई।
ये मौतें मौटे तौर पर ओमिक्रोन स्वरूप के कारण कोविड मामलों में वृद्धि के बीच हुई हैं। बृहस्पतिवार को जारी स्वास्थ्य बुलेटिन के अनुसार, दिल्ली में कोविड-19 के कारण अब तक 25,127 लोगों की मौत हो चुकी है। गत 31 दिसंबर को मृतकों की संख्या 25,107 थी।
बृहस्पतिवार को दिल्ली में संक्रमण के 15,097 मामले सामने आए थे। संक्रमण दर 15.34 प्रतिशत रही थी और छह रोगियों की मौत हुई थी। आधिकारिक आंकड़ों के अनुसार, दिल्ली में 1, 2 और 3 जनवरी को एक-एक रोगी की मौत हुई। 4 जनवरी को 3, 5 जनवरी को 8 और 6 जनवरी को 6 रोगियों ने दम तोड़ा।
दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन ने बृहस्पतिवार को कहा था कि राष्ट्रीय राजधानी में अभी तक ओमिक्रोन से संक्रमित किसी मरीज की मौत की पुष्टि नहीं हुई है। उन्होंने कहा था कि दिल्ली में मामलों की संख्या दिन-प्रतिदिन बढ़ रही है, लेकिन राजधानी में अभी लॉकडाउन लागू किए जाने जैसी स्थिति नहीं है।
दिल्ली में बृहस्पतिवार को कोविड-19 के 15,097 मामले सामने आए थे, जो 8 मई 2021 के बाद सबसे अधिक हैं। पिछले साल 8 मई को संक्रमण के 17,364 मामले सामने आए थे, संक्रमण दर 23.34 प्रतिशत थी, जबकि 332 रोगियों की मौत हुई थी।
विशेषज्ञों ने किया आगाह : इस बीच, स्वास्थ्य विशेषज्ञों ने आगाह किया है कि जहां तक कोरोनावायरस के मामलों में वृद्धि का सवाल है, 'यह फिलहाल जंगल में लगी आग की तरह है।
अपोलो अस्पताल में वरिष्ठ सलाहकार डॉ. सुरनजीत चटर्जी ने कहा कि कम से कम दो महीने तक ऐसा रहने की आशंका है और पिछले कुछ दिनों में हमारे अस्पताल में मरीजों की संख्या में अभूतपूर्व वृद्धि हुई है। चूंकि मामलों की संख्या में भारी वृद्धि देखी गई है, इसलिए अधिक संख्या में मौतें भी हो रही हैं। उन्होंने कहा कि पिछले दो दिन में उन्होंने करीब 35 कोविड मरीज देखे हैं।
बूस्टर खुराक वाले भी पहुंच रहे हैं अस्पताल : खुद भी वायरस की चपेट में आ चुके चटर्जी ने कहा कि सभी प्रकार के रोगी युवा, बूढ़े, बच्चे, टीके की दोनों खुराक ले चुके लोग, संक्रमण से उबर चुके लोग अस्पताल में आ रहे हैं। यहां तक कि वे लोग भी संक्रमित हो रहे हैं, जो विदेश में बूस्टर खुराक ले चुके हैं। अभी यह जंगल में लगी आग की तरह है।