भारत में 227 फर्जी इंजीनियरिंग कॉलेज सामने आए हैं जो पैसे लेकर लोगों को इंजीनियरिंग की डिग्री दे रहे थे। केंद्रीय मानव संसाधन विकास राज्य मंत्री सत्यपाल सिंह ने संसद में फर्जी इंजीनियरिंग कॉलेज को लेकर दस्तावेज पेश किए हैं और पूरे देश में चल रही फर्जी यूनिवर्सिटी के बारे में जानकारी दी है।
फर्जी इंजीनियरिंग कॉलेज के मामले में दिल्ली पहले नंबर पर है। दिल्ली में फर्जी इंजीनियरिंग कॉलेजों की संख्या 66 है। लोकसभा में केंद्रीय मानव संसाधन राज्यमंत्री ने एक लिखित सवाल के जवाब में इस बारे में एक दस्तावेज पेश किया। इस दस्तावेज के मुताबिक तेलंगाना में 35 और पश्चिम बंगाल में 27 फर्जी इंजीनियरिंग कॉलेज चल रहे हैं। वहीं, कर्नाटक में 23, यूपी में 22, हरियाणा में 18, महाराष्ट्र में 16 और तमिलनाडु में 11 फर्जी इंजीनियरिंग और तकनीकी कॉलेज चल रहे हैं।
इस लिस्ट के अनुसार हिमाचल प्रदेश में 18, बिहार में 17, गुजरात में 8, आंध्र प्रदेश में 7, पंजाब में 5, राजस्थान में 3 और उत्तराखंड में 3 फर्जी इंजीनियरिंग कॉलेज हैं।
ये सभी संस्थान बिना ऑल इंडिया काउंसिल फॉर टेक्निकल एजुकेशन (AICTE) की मंजूरी के चल रहे हैं। देश में किसी भी इंजीनियरिंग और तकनीकी संस्थान को चलाने के लिए एआईसीटीई की मंजूरी अनिवार्य है। केंद्रीय मंत्री ने लोकसभा में दिए जवाब में कहा है इन फर्जी संस्थानों को एआईसीटीई की मंजूरी लेने को कहा गया है अन्यथा इन्हें बंद कर दिया जाएगा।
इस मामले पर यूनिवर्सिटी ग्रांट कमीशन UGC भी नजर बनाए हुए है। कमीशन ने हाल ही में राज्यों को इस मामले में लिखित निर्देश भेजा है और जरूरी कदम उठाने को कहा है। यूजीसी की वेबसाइट पर पहले से 24 फेक यूनिवर्सिटीज की लिस्ट दी गई है।