3 दिन के लिए केदारनाथ यात्रा स्थगित
देहरादून , बुधवार, 16 जुलाई 2014 (22:31 IST)
देहरादून। रुद्रप्रयाग में भारी बारिश की चेतावनी और पिछले कुछ दिनों से रूक-रूककर हो रही वर्षा के कारण सड़कों पर मलबा आने के कारण केदारनाथ तीर्थयात्रा बुधवार को तीन दिनों के लिए स्थगित कर दी गई।जिलाधिकारी राघव लंघर ने बताया, मौसम विभाग द्वारा क्षेत्र में भारी बारिश की चेतावनी दिए जाने के मद्देनजर केदारनाथ तीर्थयात्रा को 18 जुलाई तक के लिए स्थगित कर दिया गया है। उन्होंने कहा कि इसके अलावा, केदारनाथ धाम को जाने वाले मोटर मार्ग और सोनप्रयाग से केदारनाथ के बीच 21 किलोमीटर लंबे पैदल मार्ग पर बारिश के चलते बार-बार मलबा आ रहा है और यातायात प्रभावित हो रहा है।लंघर ने बताया कि गढ़वाल हिमालय की ऊंची पहाड़ियों के बीच स्थित केदारनाथ धाम के दर्शन करने गए करीब 200 तीर्थयात्री धीरे-धीरे नीचे वापस आ रहे हैं। उन्होंने बताया कि करीब 35 श्रद्धालु सोनप्रयाग पहुंच चुके हैं जबकि बाकी भी शाम तक नीचे आ जाएंगे।यह पूछे जाने पर कि क्या 19 जुलाई से केदारनाथ यात्रा दोबारा शुरू कर दी जाएगी, जिलाधिकारी ने कहा कि यह सब मौसम और मार्गों की स्थिति पर निर्भर करता है।पिछले कुछ दिनों से हो रही बारिश के कारण गंगा और अलकनंदा, भागीरथी, मंदाकिनी सहित उसकी सभी सहायक नदियों में जलस्तर बढ़ रहा है। अन्य तीनों धामों बद्रीनाथ, गंगोत्री और यमुनोत्री की यात्राएं अभी जारी हैं। हालांकि खराब मौसम के कारण दर्शन के लिए जाने वाले तीर्थयात्रियों की संख्या काफी कम हो गई है।चमोली के अपर जिलाधिकारी संजय कुमार ने कहा, यद्यपि बद्रीनाथ यात्रा को स्थगित नहीं किया गया है, लेकिन रूक-रूक कर हो रही बारिश की वजह से इस प्रसिद्ध मंदिर के दर्शन के लिए आने वाले श्रद्धालुओं की संख्या कम होती जा रही है। इस समय मंदिर में प्रतिदिन 10 से 20 यात्री ही दर्शन के लिए पहुंच रहे हैं। कुछ ऐसी ही स्थिति गंगोत्री और यमुनोत्री धामों की भी है जहां बहुत कम संख्या में श्रद्धालु आ रहे हैं।मौसम विभाग ने कल उत्तरकाशी, चमोली, पिथौरागढ़ सहित उत्तराखंड के विभिन्न स्थानों पर अगले तीन दिनों में अपेक्षाकृत भारी बारिश की चेतावनी दी थी जिसके बाद पिछले वर्ष की भीषण आपदा का कहर झेलने वाले राज्य में सतर्क जारी कर दिया गया। (भाषा)