नई दिल्ली। रेल राज्यमंत्री राजेन गोहेन ने संसद में बताया कि पिछले तीन सालों में रेल पटरियों पर ट्रेनों की चपेट में आकर करीब 50,000 लोगों की जान चली गई।
गोहेन ने लोकसभा में बताया कि 2015-2017 के बीच रेल पटरियों पर 49,790 लोगों की मौत होने की खबर है। रेल पटरियों पर अनाधिकार प्रवेश, सुरक्षा नियमों एवं एहतियात निर्देशों के उल्लंघन, ओवरब्रिजों की अनदेखी करने, मोबाइल फोनों एवं रेल पटरी पार करते समय अन्य इलेक्ट्रोनिक उपकरणों का इस्तेमाल करने की वजह से ये मौतें हुईं।
मंत्री ने कहा कि रेलवे ने ऐसे स्थिति से निपटने के लिए स्टेशनों पर नियमित घोषणाएं करने, उनसे फुटओवरब्रिजों के इस्तेमाल की अपील करने, अनाधिकार रुप से प्रवेश करने के विरुद्ध जागरुकता फैलाने, दीवार लगाने जैसे कई कदम उठाए हैं। (भाषा)