गुवाहाटी/ नई दिल्ली। असम और पूर्वोत्तर के कुछ अन्य राज्यों में बुधवार को एक के बाद एक कई बार भूकंप के झटके महसूस किए गए, जिससे इमारतों को काफी नुकसान पहुंचा और लोग घबराकर अपने घरों से बाहर निकल आए। प्रारंभिक रिपोर्ट के अनुसार, चार जिलों में 10 लोग घायल हो गए।
असम राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (एएसडीएमए) ने बताया कि सीधे भूकंप की वजह से तो किसी की जान नहीं गई, लेकिन कामरूप मेट्रोपोलिन और नगांव जिलों में एक-एक व्यक्ति की भूकंप के समय डर और दिल का दौरा पड़ने से मृत्यु हो गई। प्रारंभिक रिपोर्ट के अनुसार, चार जिलों में 10 लोग घायल हो गए।
प्राधिकरण के अनुसार असम के सोनितपुर जिले के मुख्यालय तेजपुर में सुबह सात बजकर 51 मिनट पर 6.4 तीव्रता का पहला भूकंप आया। भूकंप के झटके पूरे पूर्वोत्तर क्षेत्र और पश्चिम बंगाल, भूटान और बांग्लादेश के कुछ हिस्सों में भी महसूस किए गए।
क्षेत्रीय मौसम विज्ञान केंद्र (आरएमसी) के उपनिदेशक संजय ओनील शॉ ने बताया कि इसके बाद सुबह आठ बजकर तीन मिनट, आठ बजकर 13 मिनट, आठ बजकर 25 मिनट, आठ बजकर 44 मिनट पर 4.7, 4 और दो बार 3.6 तीव्रता के भूकंप के झटके महसूस किए गए।
उन्होंने बताया कि राज्य के नगांव जिले में दस बजकर पांच मिनट पर 3.2 तीव्रता का भूकंप का झटका महसूस किया गया तथा कुछ ही देर बाद 10 बजकर 39 मिनट पर तेजपुर में 3.4 तीव्रता के भूकंप का एक और झटका महसूस किया गया। शॉ ने बताया कि दोपहर 12 बजकर 32 मिनट पर मोरीगांव में 2.9 तीव्रता का भूकंप आया। उसके बाद तीन और झटके सोनितपुर जिले में आए।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने असम में भूकंप आने के बाद नुकसान के बारे में जानने के लिए मुख्यमंत्री सर्बानंद सोनोवाल को दो बार टेलीफोन किया और केंद्र से सभी जरूरी मदद का आश्वासन दिया। बाद में सोनोवाल ने भूकंप के केंद्र के समीप धेकियाजुली एवं सोनितपुर जिले में आसपास के क्षेत्रों का दौरा किया।
असम में मुख्यत: तेजपुर के मध्य और पश्चिमी शहरों, नगांव, गुवाहाटी, मंगलदोई, ढेकियाजुली और मोरीगांव में इमारतों तथा अन्य ढांचों को व्यापक नुकसान पहुंचने की खबरें हैं। एएसडीएमए ने कहा, कई निजी एवं सरकारी भवनों में दरारें पड़ गईं, लेकिन भवनों के ढह जाने या किसी बड़े बुनियादी ढांचे के बाधित होने जैसे गंभीर नुकसान की खबर नहीं है।
बयान के अनुसार, जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकरणों, अग्नि एवं आपात सेवाओं, राष्ट्रीय एवं राज्य आपदा मोचन बलों एवं असम इंजीनियरिंग कॉलेज के विशेषज्ञों के साथ समन्वय से नुकसान का विस्तृत आकलन किया जा रहा है। सूत्रों ने बताया कि गुवाहाटी में जनता भवन परिसर में मुख्यमंत्री के ब्लॉक, राज्य सचिवालय की इमारत को नुकसान पहुंचा है।
गुवाहाटी में लग्जरी ताज विवांता होटल में भी नुकसान हुआ है। होटल की प्रवक्ता इंद्राणी फुकन ने बताया कि कांच की कई खिड़कियां टूट कर गिर पड़ीं तथा छत और दीवारें क्षतिग्रस्त हो गईं। हालांकि गनीमत है कि किसी कर्मचारी या आगंतुक को चोटें नहीं आईं।
दिसपुर हॉस्पिटल, अपोलो क्लीनिक, डाउन टाउन हॉस्पिटल और एक्सेलकेयर हॉस्पिटल में भी नुकसान हुआ।नगांव में एक बहुमंजिला इमारत झुक गई, जिससे लोगों के बीच घबराहट पैदा हो गई। राज्य में कई मकानों, अपार्टमेंट इमारतों और शॉपिंग मॉल्स में भी दरारें आ गईं। कई वाहन भी क्षतिग्रस्त हो गए। ढेकियाजुली के विधायक अशोक सिंघल ने जमीन में दरारें पड़ने और उनमें से पानी निकलने की तस्वीरें ट्वीट की हैं। हालांकि अभी इनकी पुष्टि नहीं की जा सकी है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने असम के मुख्यमंत्री सर्बानंद सोनोवाल से बात की और भूकंप से हुए नुकसान के बारे में जानकारी ली। प्रधानमंत्री ने ट्वीट किया, असम के मुख्यमंत्री श्री सर्बानंद सोनोवाल जी से राज्य के कई हिस्सों में भूकंप के संबंध में बात की। केंद्र से हरसंभव सहायता का आश्वासन दिया है। मैं असम के लोगों के कुशल होने की प्रार्थना करता हूं।
कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने असम के भूकंप प्रभावित इलाकों में सबकी सुरक्षा की कामना करते हुए कहा कि सभी लोग इस मुश्किल घड़ी में असम की जनता के साथ खड़े हैं। सोनोवाल ने हर किसी से सतर्क रहने का अनुरोध किया और कहा कि वह सभी जिलों से जानकारियां ले रहे हैं।
एक अधिकारी ने बताया कि मेघालय में किसी नुकसान की कोई खबर नहीं है। हालांकि भूकंप के ये झटके पिछले कुछ वर्षों में आए सबसे जबरदस्त झटकों में से एक हैं। उन्होंने बताया कि इतनी तीव्रता के झटके आखिरी बार मार्च-अप्रैल 2016 में आए थे। अधिकारियों ने बताया कि अरुणाचल प्रदेश में भी भूकंप के जबरदस्त झटके महसूस किए गए। राजधानी ईटानगर और पूर्वी केमेंग जिले में कुछ इमारतों में दरारें आ गई हैं।
स्थानीय अधिकारियों ने बताया कि पश्चिम बंगाल में जलपाईगुड़ी, अलीपुरद्वार, कूचबिहार और दार्जिलिंग जिले के कुछ हिस्सों में भूकंप के झटके महसूस किए गए, लेकिन कोई बड़े नुकसान की खबर नहीं है। बांग्लादेश की राजधानी ढाका समेत कई हिस्सों में भूकंप के झटके महसूस किए गए। हालांकि किसी तरह के नुकसान की सूचना नहीं मिली है। भूटान में भी भूकंप के झटके महसूस किए गए।(भाषा)