वेज और नॉनवेज खाने वालों के बीच अक्सर बहस होती रही है। कोई अच्छी हेल्थ के लिए नॉनवेज को जरूरी मानता है, उसका तर्क है कि प्रोटीन और विटामिन के लिए यह जरूरी है, वहीं शाकाहार यानी वेजिटेरियन को फॉलो करने वाले मांसाहार को न सिर्फ हेल्थ और मानसिक स्वास्थ्य के लिए खराब मानते हैं, बल्कि इसे जीव हत्या और हिंसा से जुड़ा विषय भी बताते हैं।
इस पूरी बहस से परे कुछ रिसर्च और सर्वे में सामने आया है कि पिछले दो सालों में भारत में भोजन को लेकर ट्रेंड में बदलाव आया है। खासतौर से यह बदलाव मांसाहार में देखने को मिला है।
इतना ही नहीं, दुनिया में खाने-पीने को लेकर इस परिवर्तन के पीछे कोरोना संक्रमण है। यानी कोरोना के दौरान दुनिया ने माना कि अच्छे स्वास्थ्य के लिए मांसाहार नहीं, शाकाहार जीवनशैली अपनाना होगी।
आइए जानते हैं, दुनिया के किन देशों में, किन शहरों में और यहां तक कि किन धर्म और समुदायों में नॉनवेज यानी मांसाहार करने वाले कितने फीसदी घटे या बढ़े।
क्या कहती है रिसर्च?
दरअसल, हाल ही में शाकाहार और मांसाहार के बीच का अंतर जानने के लिए कुछ रिसर्च और सर्वे किए गए। ब्रिटेन की मार्केटिंग रिसर्च और डेटा एनालिसिस फर्म यूगोव (Yougov) की एक ताजी रिसर्च में पता चला कि 65 फीसदी भारतीयों ने 2022 में शाकाहारी भोजन का रास्ता अपनाया। यानी उन्होंने शाकाहार को मांसाहार से ज्यादा अच्छा भोजन माना।
120 बीमारियों से दूर रखेगा शाकाहार
इस रिसर्च की फेहरिस्त में अमेरिका और ब्रिटेन के बाद भारत तीसरे नंबर पर है। दरअसल, विशेषज्ञों का मानना है कि इसके पीछे वजह है कि शाकाहारी भोजन में फाइबर, एंटीऑक्सिडेंट, पोटेशियम, मैग्नीशियम, फोलेट, विटामिन ए, सी, और ई अच्छी मात्रा में होता है, जिससे करीब 120 बीमारियां दूर रहती हैं। यही नहीं, 81 फीसदी भारतीय दिन के कम से कम एक भोजन को नाश्ते या फ्रूट स्नैक्स में बदलने की कोशिश कर रहे हैं। राजस्थान देश का प्रमुख शाकाहारी राज्य है, जहां पहले से ही करीब 74.9 फीसदी लोग शाकाहारी हैं। इसके बाद हरियाणा, पंजाब, गुजरात, मध्यप्रदेश और उत्तर प्रदेश है।
क्या है दुनिया का हाल?
यह तो हुई भारत की बात, लेकिन दुनिया के दूसरे देशों में पिछले दो साल में अमेरिका, ब्रिटेन, कनाडा, आस्टेलिया, जर्मनी, सिंगापुर, पोलैंड, इटली और इजराइल जैसे देशों में मांसाहारी लोग औसतन 500 से 1000 फीसदी शाकाहारी भोजन की तरफ आए, हालांकि वे कभी कभार किसी न किसी तरह के नॉनवेज भोजन का सेवन करते हैं।
दुनिया के 10 देशों ने अपनाया शाकाहार
फोर्ब्स की एक रिपोर्ट कहती है कि दुनिया के 10 देश ऐसे हैं जो मांसाहार छोड़कर शाकाहार अपना रहे हैं। अमेरिका में बीते 2 साल में 600 फीसदी शाकाहारी बढ़े हैं। ब्रिटेन में शाकाहारी खाद्य पदार्थों की मांग 1000 फीसदी बढ़ी है। पोलैंड में दो साल में शाकाहारी रेस्तरां 700 से बढ़कर 950 हो गए हैं। कनाडा में 4000, थाईलैंड में 1500, इजऱाइल में 700 तो ऑस्ट्रेलिया में इस समय 5000 से अधिक शाकाहारी रेस्तरां हैं। जर्मनी, सिंगापुर, ताइवान व अन्य देशों में भी शाकाहारी लोग तेजी से बढ़ रहे हैं।
शाकाहार के 10 फायदे
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बच्चों का 18 फीसदी तक तेज दिमाग
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महिलाओं में 8 फीसदी कम गर्भपात
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कैंसर का खतरा 12 फीसदी कम
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हृदय रोग का खतरा 40 फीसदी कम
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टाइप 2 मधुमेह 50 फीसदी तक कम
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शाकाहार वजन घटाने में दोगुना प्रभावी
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पुरुष 10 तो महिलाएं 6 साल ज्यादा जिएंगी
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शाकाहार से 73 लाख की जिंदगियां बचेंगी
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ग्रीनहाउस गैसों का उत्सर्जन में 63 फीसदी कम
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सालाना 1 अरब डॉलर की वैश्विक बचत
किस धर्म में कितने लोग शाकाहारी
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जैन 92
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सिख 59
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हिंदू 44
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बौद्ध 25
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ईसाई 10
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मुस्लिम 08
आकड़ें प्रतिशत में
स्रोत : प्यू रिसर्च इंस्टीट्यूट (2022)
किस शहर में कितने शाकाहारी?
जयपुर 62
इंदौर 49
भोपाल 42
मेरठ 36
रायपुर 32
दिल्ली 30
नागपुर 22
मुंबई 18
हैदराबाद 11
चेन्नई 6
कोलकाता 4
आकड़ें प्रतिशत में
Source: प्यू रिसर्च इंस्टीट्यूट (2022)देश के 10 शाकाहारी राज्य
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राजस्थान 74.9
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हरियाणा 69.2
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पंजाब 66.7
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गुजरात 60.9
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मध्य प्रदेश 50.6
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उत्तर प्रदेश 47.1
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महाराष्ट्र 40.2
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दिल्ली 39.5
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कर्नाटक 21.0
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छत्तीसगढ़ 17.9
आकड़ें प्रतिशत में
Source:
National family health survey