नरेन्द्र मोदी भाजपा संसदीय दल के नेता बने...
नई दिल्ली , मंगलवार, 20 मई 2014 (21:49 IST)
नई दिल्ली। भाजपा संसदीय दल की बैठक में आज नरेन्द्र मोदी की संसदीय दल के नेता चुने गए। वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी ने उनके नाम का प्रस्ताव रखा, जबकि मुरली मनोहर जोशी, सुषमा स्वराज समेत कई अन्य वरिष्ठ नेताओं ने उनके प्रस्ताव का समर्थन किया। मामले से जुड़ी हर जानकारी...
* नरेन्द्र मोदी ने मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी को ट्वीट कर बधाई दी और बिहार के विकास में हरसंभव सहयोग देने का भरोसा भी दिया।* नरेन्द्र मोदी ने राष्ट्रपति मिलकर सरकार बनाने का दावा पेश किया। राष्ट्रपति ने औपचारिक न्योता दिया। * नरेन्द्र मोदी 26 मई को शाम छह बजे प्रधानमंत्री पद की शपथ लेंगे। * सरकार बनाने का दावा पेश करने के लिए नरेन्द्र मोदी राष्ट्रपति भवन पहुंचे।* मोदी के साथ एनडीए के अन्य वरिष्ठ नेता भी मौजूद हैं। * मोदी राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी से मिलकर सरकार बनाने का दावा पेश करेंगे।* 13 सितंबर को जो काम मिला वह 10 मई को पूर्ण किया और आज जो दायित्व मिला है, जब हम 2019 के चुनाव में फिर मिलेंगे तो मैं देशवासियों को अपनी रिपोर्ट कार्ड दूंगा।* यह विजय हमारी नहीं, लाखों कार्यकर्ताओं के पुरुषार्थ की जीत है। * मुझे जो जिम्मेदारी मिली है, मैं विश्वास दिलाता हूं किसी को भी नीचा देखने की नौबत नहीं आएगी।* हम में से कोई संगठन से न तो ऊपर है न ही उससे परे है।* अगले दो साल हमारे लिए बहुत महत्वपूर्ण हैं।* अब परिश्रम की पराकाष्ठा करूंगा।* यह सरकार गरीबों की है। * नरेन्द्र मोदी के संबोधन के बाद एनडीए के सभी नेताओं- शिवसेना नेता उद्धव ठाकरे, टीडीपी नेता चंद्रबाबू नायडू, अकाली दल के नेता और पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री प्रकाशसिंह बादल समेत दक्षिण भारत के सभी नेताओं ने मुलाकात की और उन्हें शॉल ओढ़ाकर स्वागत किया।* मोदी ने कहा, वैश्विक परिदृश्य में इस चुनाव को बहुत ही सकारात्मक रूप से देखा जा रहा है।* किसी की सरकार बनी, कौन प्रधानमंत्री बनेगा यह महत्वपूर्ण नहीं है, बल्कि यह वो नतीजे हैं जो दुनिया के सामने भारत की सामर्थ्य बताने के लिए हैं।* हमें दो बातों पर जोर देना होगा, सबका साथ और सबका विकास। इसी मंत्र को लेकर हमें आगे बढ़ना चाहते हैं।* यह चुनाव नई आशा का चुनाव है।* मोदी इसलिए दिख रहा है क्योंकि पार्टी के वरिष्ठ नेताओं ने मुझे अपने कंधे पर बैठाया है।* आज मैंने जो कुछ पाया वह पांच पांच पीढ़ियां खप गई हैं, तब पाया है।* इस पूरे अभियान में लाखों कार्यकर्ताओं ने जो परिश्रम किया है, उन सभी पीढ़ियों को जिन्होंने राष्ट्वादी विचारधारा के लिए सब कुछ खपा दिया है, उन सबको मैं कोटि कोटि प्रणाम करता हूं। आज हम उन्हीं की वजह से यहां हैं। * देश के लिए हम मर नहीं पाए, जूझ नहीं पाए लेकिन कोटि कोटि लोगों ने देश के लिए हमें जीने का अवसर जरूर दिया।* यहां बैठे सभी लोगों का संकल्प होना चाहिए कि हम देश के लिए जिएं। शरीर का कण कण और समय का पल पल कैसे देश के काम आए, यह हम तय कर लें तो देश को आगे बढ़ने से कोई नहीं रोक सकता।* मैं आशावादी हूं, मुझे कभी निराशा नहीं होती।* आशावादी व्यक्ति ही देश को आगे ले जा सकता। निराश व्यक्ति कभी देश को आगे नहीं ले जा सकता।* मेरी सोच तीसरी प्रकार की है। मैं गिलास को आधा पानी से भरा और आधा हवा से भरा देखता हूं।* आजादी के कालखंड में पैदा हुए व्यक्ति के नेतृत्व में पहली बार केन्द्र में सरकार बन रही है।* अब जिम्मेवारी का कालखंड शुरू हो रहा है।* मैं ऐसा नहीं कहता पिछली सरकारों ने कुछ भी काम नहीं किया। सबने काम करने की कोशिश की है।* भाजपा को बहुमत का मतलब लोगों ने आशा और विश्वास के साथ मतदान किया है। * मैंने कहा था- हम चलें या न लें देश चल पड़ा है। आज हम यहां बैठे हैं उसका भी कारण है कि देश चल पड़ा है। हम चलें या न लें।
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