नागरिकता संशोधन कानून की आग ने अब पूरे उत्तर प्रदेश को अपनी चपेट में ले लिया है। शुक्रवार को जुमे की नमाज के बाद राज्य के करीब 20 जिलों में जमकर हिंसा हुई। नागरिकता कानून के विरोध में हो रही हिंसा में अब तक 9 लोगों की मौत हो चुकी है। राज्य के डीजीपी के मुताबिक मरने वाले पुलिस फायरिंग में नहीं मारे गए है। वहीं राज्य में हिंसा की बढ़ती घटनाओं को देखते हुए पूरे राज्य में आज स्कूल कॉलेज बंद कर दिए गए है। राज्य सरकार ने कानून व्यवस्था के देखेते हुए प्रदेश में स्कूल कॉलेज बंद करने का फैसला किया है।
शुक्रवार को हुई ताजा हिंसा के बाद पूरे सूबे में सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी गई है। हिंसा प्रभावित जिलों बहराइच, गोरखपुर, भदोही, बुलंदशहर, बिजनौर, मुजफ्फरनगर में रैपिड एक्शन फोर्स को तैनात कर दिया गया है। शुक्रवार को हिंसा में पुलिस के जमकर बल प्रयोग के बाद रात में भी किसी भी जिले से हिंसा की खबर नहीं है। वहीं हिंसा प्रभावित कई जिलों में पुलिस ने रात में फ्लैग मार्च करके लोगों से शांति बनाए रखने की अपील की।
हिंसा के लिए विपक्ष जिम्मेदार - इसके साथ ही मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने लोगों से शांति की अपील करते हुए शांति व्यवस्था बनाए रखने को कहा है। उन्होंने कहा कि नागरिकता कानून के मुद्दे पर विपक्ष लोगों को गुमराह करके हिंसा के लिए प्रेरित कर रहा है। मुख्यमंत्री ने हिंसा में शामिल उपद्रवियों को देशद्रोही करार देते हुए कहा कि उनको चिन्हित कर लिया गया है।
उपद्रवियों ने पब्लिक प्रॉपर्टी को जो भी नुकसान पहुंचाया है उसकी वसूली उन उपद्रवियों को संपत्ति नीलाम करके करेंगे। मुख्यमंत्री ने हिंसा के पीछे कांग्रेस सहित पूरे विपक्ष को जिम्मेदार बताते हुए कहा कि उनके संरक्षण में हिंसा हो रही है। उन्होंने कहा कि लोकतंत्र में हिंसा का कोई स्थान नहीं है लेकिन राजनीतिक रोटियां सेंकने के नाम पर कांग्रेस, सपा और अन्य विपक्षी दलों को जिम्मेदार ठहराया है। उन्होंने चेतावनी दी है उपद्रवियों से सख्ती से निपटने के निर्देश उन्होंने पुलिस अफसरों को निर्देश दिए है।