नई दिल्ली। भारतीय विशिष्ट पहचान प्राधिकरण (यूआईडीएआई) ने आज दावा किया कि डाटा सुरक्षा मामले में 'आधार' पूरी तरह सुरक्षित है। यूआईडीएआई के मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सीईओ) अजय भूषण पांडेय ने मुख्य न्यायाधीश दीपक मिश्रा की अध्यक्षता वाली पांच-सदस्यीय संविधान पीठ के समक्ष करीब 80 मिनट तक पावर प्रजेंटेशन दिया और बताया कि आधार में दर्ज डाटा पूरी तरह से सुरक्षित है।
संविधान पीठ आधार की अनिवार्यता को चुनौती देने वाली विभिन्न याचिकाओं की संयुक्त सुनवाई कर रही है। श्री पांडेय ने संविधान पीठ के समक्ष कहा कि आधार का सभी डाटा 2048 बिट एनक्रिप्शन के साथ सुरक्षित है। एक 'एनक्रिप्शन की' को तोड़ने के लिए पूरे ब्रह्मांड की उम्र लग सकती है।
उन्होंने यह भी बताया कि एक आधार कार्ड को बनाने में एक डॉलर से भी कम खर्च आया है और इस प्रोजेक्ट पर सरकार ने नौ हजार करोड़ रुपए खर्च किए हैं। बायोमेट्रिक सॉफ्टवेयर बाहर से मंगाया गया है, लेकिन इसका डाटा कंट्रोल सरकार के पास ही है। इसके साथ ही आधार के सर्वर को इंटरनेट से नहीं जोड़ा गया है। उन्होंने यह भी बताया कि बायोमेट्रिक डाटा किसी के साथ शेयर नहीं किया जाता है सिर्फ केवाईसी के लिए निजी जानकारी साझा की जाती है।
इससे पहले कल सुनवाई के दौरान एटर्नी जनरल केके वेणुगोपाल ने आधार की सुरक्षा पर उठे सभी सवालों को खारिज कर दिया था। उन्होंने न्यायालय को बताया था कि भष्टाचार खत्म करने के लिए आधार को लागू करना एक अहम कोशिश है। (वार्ता)