नई दिल्ली। आम आदमी पार्टी ने गुरुवार को कहा कि नोटबंदी का कदम आजाद भारत में सबसे बड़ा घोटाला है, जिसने देश की अर्थव्यवस्था की कमर तोड़ दी। आप के वरिष्ठ नेता संजय सिंह ने नोटबंदी से पहले 500 रुपए और 1000 रुपए के नोटों की कुल संख्या के बारे में राष्ट्र से झूठ बोलने को लेकर भारतीय रिजर्व बैंक की भी आलोचना की।
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने दावा किया था कि 500 और 1000 रुपए के नोटों को वापस लेने से कालाधन की बुराई खत्म करने, आतंकवाद और नक्सलवाद पर रोक लगाने में मदद मिलेगी, लेकिन इसके बजाय इसने अर्थव्यवस्था को तगड़ा झटका दिया।
सिंह ने मोदी पर प्रहार करते हुए इस कदम के पीछे के औचित्य पर सवाल उठाया। उन्होंने कहा, हम पहले दिन से ही कह रहे हैं कि नोटबंदी आजाद भारत का सबसे बड़ा घोटाला है। प्रधानमंत्री को राष्ट्र से माफी मांगी चाहिए।
आप नेता आशुतोष ने कहा कि जनवरी से मार्च 2016 में अर्थव्यवस्था 8.5 फीसदी की दर से बढ़ी लेकिन नोटबंदी के प्रभाव के चलते साल 2017 में इसी अवधि के दौरान यह घटकर छह फीसदी हो गई। केंद्रीय बैंक ने कल कहा कि चलन से बाहर किए गए 500 और 1000 रुपए के करीब 99 फीसदी नोट बैंकिंग प्रणाली में वापस आ गए।
गौरतलब है कि पिछले साल आठ नवंबर को नोटबंदी की घोषणा की गई थी। आरबीआई इसके बाद चलन से बाहर किए गए नोटों की वास्तविक संख्या का खुलासा करने से हिचकता रहा था।
आरबीआई ने 2016-17 की अपनी सालाना रिपोर्ट में कहा है कि चलन से बाहर की गई 15.28 लाख करोड़ रुपए मूल्य की करेंसी बैंकिंग प्रणाली में वापस आ गई और अब तक सिर्फ 16,050 करोड़ रुपए ही नहीं आ पाए हैं। (भाषा)