श्रीनगर। सुरक्षाबलों ने मंगलवार को कश्मीर में लश्कर के आतंकी अबू दुजाना को तो मार गिराया है, लेकिन अब उसके बाद कश्मीर में आतंकी संगठन लश्करे तैयबा की कमान उस आतंकवादी के जिम्मे आ गई है, जिसने अमरनाथ यात्रा के दौरान तीर्थयात्रियों पर हमला किया था। वह अबू दुजाना से ज्यादा शातिर बताया जाता है। इतना जरूर था कि जिस पाकिस्तान के लिए वह कश्मीर में तथाकथित आजादी की जंग लड़ता रहा और अंत में सुरक्षाबलों की गोली से मारा गया, उसी पाकिस्तान ने उसके शव को लेने से इंकार कर दिया है।
अधिकारियों के मुताबिक अबू इस्माइल को इस आतंकी संगठन की कमान दे दी गई है। जानकारी के लिए अबू इस्माइल ने ही अमरनाथ यात्रा के दौरान काफिले पर हमला किया था, जिसमें 8 तीर्थयात्रियों की मौत हो गई थी और 19 घायल हुए थे जिसके बाद सेना ने उसे पकड़ने के लिए दक्षिण कश्मीर में ऑपरेशन चलाया था, लेकिन वह पकड़ा नहीं गया।
राज्य के पुलिस अधिकारियों ने भी अब इसकी पुष्टि की है कि जम्मू कश्मीर के पुलवामा में सुरक्षाबलों द्वारा मुठभेड़ के दौरान मारे गए लश्कर कमांडर अबू दुजाना की जगह अब अबू इस्माइल लेगा। इस्माइल वही आतंकी है, जिसने पिछले महीने अमरनाथ यात्रियों पर हमला किया था। इस आतंकी हमले के मास्टरमाइंड इस्माइल ने अपने तीन साथियों के साथ इस वारदात को अंजाम दिया, जिसमें 7 यात्रियों की मौत हो गई थी।
इस साल मई में, दुजाना और उसके दो सहयोगियों ने सुरक्षाबलों की सुरक्षा को तोड़ दिया था और वे दक्षिण कश्मीर के पुलवामा जिले के हकिरपोरा गांव में सुरक्षाबलों से बचाव करते हुए भाग गए थे। यह 12वां मौका था जब दुजाना सुरक्षाबलों के हाथ से निकला था। दुजाना को पिछले वर्ष हुए पंपोर आतंकवादी हमले का मास्टरमाइंड बताया जाता है, जिसमें आठ सीआरपीएफ के जवान शहीद हुए थे। इसके अलावा दक्षिण कश्मीर में प्रदर्शनकारियों की रैलियों के दौरान दुजाना को पिछले साल कई सार्वजनिक प्रदर्शनों के दौरान देखा गया था। जुलाई 2016 में हिजबुल मुजाहिदीन के कमांडर बुरहान वानी के अंतिम संस्कार में भी दुजाना मौजूद था।
अबू दुजाना ए डबल प्लस कैटेगरी का आतंकवादी था, जिसके सिर पर 15 लाख रुपए का इनाम रखा गया था। मंगलवार को सुबह 4.30 बजे दुजाना को सुरक्षाबलों ने उसके घर पर घेर लिया। यहां सुबह 9.30 बजे तक गोलीबारी हुई जिसमें अबू दुजाना मारा गया।
इस बीच कश्मीर में एक तरफ तो पाकिस्तान आतंकियों की मदद का खुला ऐलान करता है यहां तक कि अमेरिका द्वारा घोषित आतंकी सईद सलाउद्दीन को आतंकी मानने से भी पाकिस्तान इंकार कर देता है, लेकिन वहीं दूसरी ओर पाकिस्तानी आतंकी अबू दुजाना जब कश्मीर के पुलवामा में सुरक्षाबलों के साथ मुठभेड़ में मारा जाता है तो पाकिस्तान अब उसका शव लेने से भी इनकार कर रहा है।
कश्मीर पुलिस के आईजी मुनीर खान ने कहा कि दुजाना की बॉडी को पाकिस्तान भिजवाने के लिए पाकिस्तान उच्चायोग से संपर्क किया गया है। दुजाना पाकिस्तान के गिलगित-बाल्टिस्तान का रहने वाला था। यह ऐसा पहला मौका है जब राज्य की पुलिस ने आतंकी के मारे जाने के बाद सीधे पाकिस्तान को उसका शव ले जाने के लिए कहा हो।
आईजी ने कहा कि अगर पाकिस्तान बॉडी पर अपना दावा नहीं करता है तो हम उसे उचित तरीके से दफनाएंगे। अधिकारियों को उम्मीद थी कि दुजाना के माता-पिता को दफन से पहले अपने बेटे को देखने की इजाजत दी जाएगी। इसी वजह से पाकिस्तान उच्चायोग से संपर्क किया गया, पर उसने शव लेने से इंकार कर दिया। पुलिस ने दुजाना की बॉडी को दफनाने के लिए आम नागरिकों को सौंपने से इनकार कर दिया है।