कांग्रेस ने प्रियंका गांधी की एक पेंटिंग येस बैंक के संस्थापक राणा कपूर को बेचने पर भाजपा के सवाल खड़े करने को लेकर पलटवार करते हुए कहा कि सरकार को ध्यान भटकाने की बजाय यह बताना चाहिए कि गत 5 वर्षों में इस बैंक के कर्ज वितरण में बेतहाशा बढ़ोतरी क्यों हुई? पार्टी के मुख्य प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने यह भी कहा कि प्रियंका ने राजीव गांधी के चित्र वाली हुसैन की जो पेंटिंग 2 करोड़ में बेची थी, उसका भुगतान चेक से हुआ था और इस पर इनकम टैक्स भी दिया गया था।
दरअसल, BJP के आईटी सेल के प्रमुख अमित मालवीय ने एक मीडिया रिपोर्ट का हवाला देते हुए ट्वीट कर आरोप लगाया कि भारत में हर वित्तीय अपराध का गांधी परिवार से संबंध होता है। माल्या सोनिया गांधी को फ्लाइट अपग्रेड टिकट भेजता था। उसकी मनमोहन सिंह और पी. चिदंबरम तक पहुंच थी। अब वह फरार है।
उन्होंने दावा किया कि राहुल गांधी ने नीरव मोदी के ज्वेलरी कलेक्शन का उद्घाटन किया और राणा कपूर ने प्रियंका गांधी से पेटिंग खरीदी। इस पर पलटवार करते हुए सुरजेवाला ने ट्वीट किया, एमएफ हुसैन की पेंटिंग 10 साल पहले प्रियंकाजी ने राणा कपूर को बेची और इसका अपने आयकर रिटर्न में उल्लेख भी किया। इसका मोदी सरकार में अप्रत्याशित ढंग से दिए गए 2 लाख करोड़ रुपए के लोन से भला कैसे कोई संबंध हो सकता है?
उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा नेताओं से राणा कपूर की निकटता सबको पता है। सुरजेवाला ने कहा कि लोगों के पैसे डूबने के असली मुद्दे से ध्यान भटकाने की बजाय सरकार को यह बताना चाहिए कि येस बैंक की ओर से दिया गया कर्ज मोदी सरकार के 5 साल में 55 हजार करोड़ रुपए से बढ़कर 2.41 लाख करोड़ रुपए कैसे हो गया?
उन्होंने सवाल किया कि नोटबंदी के बाद इस बैंक द्वारा कर्ज दिए जाने में 100 फीसदी का इजाफा कैसे हुआ? बैंक पर आरबीआई की रोक के बावजूद प्रधानमंत्री ने गत 6 मार्च को इसी बैंक द्वारा प्रायोजित एक सम्मेलन को संबोधित क्यों किया? कांग्रेस नेता ने यह भी पूछा कि हरियाणा सरकार ने यस बैंक में एक महीने पहले एक हजार करोड़ रुपए क्यों जमा किए? क्या महाराष्ट्र की इससे पहले की फडणवीस सरकार ने भी यही किया था?